सोमवार, 22 सितंबर 2014

सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के लिए ये नियम

-          सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के लिए ध्यान रखें ये मामूली नियम
सच यह है कि हमारी सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के लिए हमारा कर्म ही जिम्मेदार है, लेकिन मान्यताएं काफी कुछ कहती हैं। टोटकों के अनुसार कुछ ऐसे नियम भी हैं, जो हमारी सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के मार्ग को प्रशस्त कर जीवन को आसान बनाते हैं। हमारे आध्यात्मिक व ज्योतिषीय चिंतक आनंद जौहरी ऐसे ही कुछ नियमों के बारे में बता रहे हैं, जो सफलता और धन-समृद्धि को बढ़ाने वाले साबित होते हैं...
घर को नित्य ढेरों जल से धोने से आर्थिक कष्ट को जन्म देता है। अनिवार्य परिस्थितियों के अलावा घर को गीले कपड़े से पोंछकर साफ करना ही उचित है। घर में जल का दुरुपयोग रोकने से आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। दीवारों और छत की सीलन आर्थिक कष्ट को जन्म देती है। इसे दूर करने के उपाय पर ध्यान देना जरूरी है।

- सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति के लिए ध्यान रखें ये मामूली नियम
                                                                              घर का रंग, रोगन या प्लास्टर निकलना अथवा दीवारों में नमी होना आर्थिक स्थिति को सबल बनाने में रुकावट उत्पन्न करता है। नारियल के सूखे गोले में (छिद्र करके) पंचमेवे और शक्कर का चूर्ण भरकर पीपल या बरगद के वृक्ष के नीचे रखने से चीटियों को अपार भोजन प्राप्त होता है और उनकी शुभेच्छा हमारे कर्मों के फलों से जुड़कर आर्थिक समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। प्राचीन ग्रंथों में मुख्य द्वार पर आम्र लकड़ी का स्वास्तिक सुख-शांति के लिए श्रेष्ठ माना गया है। लाल रंग की सामग्री का इस्तेमाल लक्ष्मी पूजन में धन प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। घर में लगे पौधों के आसपास गंदगी (गमलों-पौधों में पड़े सूखे पत्ते, फूल, कीड़े आदि) लाभ का मार्ग बाधित करते हैं, उन्हें हटाते हैं। बारिश के पानी को किसी पात्र में लंबे समय तक घर में रखने से विघ्न नष्ट होते हैं और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है, ऐसा लाल किताब के सूत्र बताते हैं। घर में सड़े, गले सामानों की दुर्गंध आपके धन का अपव्यय करा सकती है। अत: घर को सदैव स्वच्छ और सुगंधित ही रखें। बार-बार नाराजगी व्यक्त करना, कड़े शब्दों में आपत्ति जताना, शोरगुल या चीख-पुकार मचाना आपकी सफलता को बाधित कर देता है। सफलता के लिए सहनशील, दृढ़ प्रतिज्ञ बनें व मधुर वचनों का ही प्रयोग करें। संकट के समय कागज या हथेलियों पर '24' का अंक बार-बार लिखने से समाधान की पृष्ठभूमि तैयार होती है, ऐसा न्यूमरॉलजी के सूत्र कहते हैं। बहते पानी या नल के नीचे हथेलियों में क्रिस्टल बॉल लेकर शुभ चिंतन कामनापूर्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं, ऐसा फेंगशुई के सूत्र मानते हैं। 

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