रविवार, 3 अगस्त 2014

*श्री शिव प्रार्थना *

*श्री शिव प्रार्थना *

हे नाथ जानि अनाथ बालक विश्वनाथ महेश्वरम |
करके कृपा दीजो दरश अविनाशी शंकर सुन्दरम ||
आया शरण हूँ आपकी इतनी अनुग्रह कीजिये |
जय चन्द्रमौलि कृपालु अब तुम दरश मोकंह दीजिये ||
ले राम नाम निशंक कीन्हो है गरल आहार तुम |
भव सिन्धु से नैया मेरी कर देना भोला पार तुम ||
मनसा व् वाचा कर्मणा से पाप अति हमने कियो |
आयो शरण शरणागती की सुधि नही अब तक लियो ||
अब तो तुम्हारे हाँथ है गिरजापति मेरी गति |
जय पशुपति जय पशुपति जय पशुपति जय पशुपति ||
जय जयति योगेश्वर तुम्ही बल बुद्धि के हो प्रकाश तुम |
मन मंद बीच निवास करिये जानि जन सुचि राशि तुम ||

लज्जा हमारी राखना शिव आप ही के हाँथ है |
तुमसा न कोई दयालु भक्त कृपालु दीनानाथ है ||
जय ताप मोचन जय त्रिलोचन पुण्य पारावार जय |
कैलाशवासी सिद्धकाशी दया के आधार तुम ||
शिव कृपा के सिन्धु हो जन है शरण जनि फेरिये |
करके कृपा की कोर शंकर दीन जन दिश हेरिये ||
बेल के कुछ पत्र है कुछ पुष्प है मंदार के |
फल है धतूरे के धरे कुछ संग अक्षत धारि के ||
सेवा हमारी तुच्छ है फल कामना मन में बड़ी |
पर आश भोलेनाथ से रहती ह्रदय में हर घड़ी ||
हे विश्वनाथ महेश कृपया भक्ति अपनी दीजिये |
निर्भय निडर निशंक करिए शक्ति अपनी दीजिये ||
हों सत्य व्रतधारी ह्रदय में भावना ऐसी भरे |
जय जय हरे जय जय हरे जय जय हरे जय जय हरे ||
मण्डित जटा में गंग धारा ताप लोकों के हरे |
शशिभाल तब यश चन्द्रिका सब के ह्रदय शीतल करे ||
वर दे वरद वरदानियों धन धान्य से धरती भरे |
जय शिव हरे जय शिव हरे जय शिव हरे जय शिव हरे ||       
   *****हर हर महादेव ******

1 टिप्पणी:

  1. पंडित जी youtube पर इसके वीडियो से कुछ अलग है तो आपका सही है या yoytube का

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