रविवार, 9 अक्तूबर 2016

ब्राह्मण का जन्म: भगवान् विष्णु का अंशअवतार।

ब्राह्मण का जन्म: भगवान् विष्णु का अंशअवतार।

२ ब्राह्मण की विद्या: ज्ञान का अथाहसागर ।
३ ब्राह्मण की बुद्धि : समस्त समस्याओंका समाधान ।
४ ब्राह्मण की वाणी : वेद का ज्ञान ।
५ ब्राह्मण की शिक्षा : जीवन जीनेकी कला ।
६ ब्राह्मण की दृष्टी ; सम्भाव।
७ ब्राह्मण की शिखा: संकल्पों का समूह ।
८ ब्राह्मण की दया : संकटों का हरण ।
९ ब्राह्मण की कृपा : भवसागर तरनेका साधन ।
१० ब्राह्मण का कर्म : सर्व जन हिताय ।
११ ब्राह्मण का निवास : देवालय ।
१२ ब्राह्मण के दर्शन : सर्वमंगल ।
१३ ब्राह्मण का आशीर्वाद : समस्तसुखो की प्राप्ति ।
१४ ब्राह्मण की सेवा : परलोक सुधारना ।
१५ ब्राह्मण का वरदान: प्राप्ति ।
१६ ब्राह्मण का अस्त्र : श्राप ।
१७ ब्राह्मण का शस्त्र : कलम ।
१८ ब्राह्मण को दान : सहस्त्रो पापो सेमुक्ति ।
१९ ब्राह्मण को दक्षिणा : सातपीढ़ी का उद्धार ।
२० ब्राह्मण की संतुष्ठी: सभी भयो सेमुक्ति ।
२१ ब्राह्मण की हुँकार:राजा महाराजयों का चरणागत होना 
२२ ब्राह्मण की गर्जना : सर्वभूतों का संहार।
२३ ब्राह्मण का कोप : सर्वनाश ।
२४ सर्व ब्राह्मण की एकता : सर्वशक्तिमान।

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