शुक्रवार, 1 मई 2015

*रत्नों का परिक्षण

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रत्न असली हें या नकली इसका परिक्षण सबसे पहले करें,इसके बाद ही इन्हें प्रयोग में लायें ,


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सामान्यत: रत्नों की सही परख करना आम व्यक्ति के लिये बेहदकठिन कार्य है. रत्नों की परख करने के लिये सामान्य दिशा निर्देशों का पालनकरने पर इस मुश्किल कार्य को सरल बनाया जा सकता है. फिर भी रत्नों पर कुछप्रयोग करके हम असली व नकली में अन्तर कर सकते है (Differentiation between real and fake Gemstone).
कुछ रत्न बिजली के प्रकाश में पहचाने जाते है. तो कुछ को कृ्त्रिमप्रकाश में नहीं पहचाना जा सकता है. असली - नकली में भेद करने के लियेसामान्य प्रयोगों के साथ-साथ रसायन शाला (analysis of real and fake gemstones through chemistry lab) की सहायता भी ली जा सकती है. सामान्यरुप से रत्नों के असली या नकली में अन्तर करने के निम्न तरीके है
रत्नों में हवा के बुलबुले (Air Bubbles in the Fake Gemstones)
नकली रत्नो में हवा के बहुत छोटे बुलबुले होते है. (real gemstones does not contain air bubbles) ये बुलबुले सामान्य रुप से असली रत्नों मेंनहीं पाये जाते है. ये बुलबुले गोल व टेढे-मेढे आकार के हो सकते है. रत्नोंको जब प्रकाश में देखा जाता है. तो उनके अन्दर के ये बुलबुले सामान्य रुपसे नजर आ जाते है. इस गुण के आधार पर दोनों में भिन्नता की जा सकती है.
माणिक्य, नीलम, पुखराज ये रत्न नकळी होने पर असली रत्न से वजन मेंहल्के होते है . रसायन शाला में इनका परिक्षण करने पर नकलीरत्न "ब्रामोफार्म" द्रव्य में तैरते रहते हैतथा असली रत्न तलह्टी मे बैठजाते है.
असली माणिक्य या नीलम रत्नों में रेशम जैसा मुलायम प्रभाव रहता है. नकली में यह प्रभाव नहीं पाया जाता है.
असली रत्न में लाईन आने पर वह चमकदार नहीं होती व टेढी-मेढी भीनहीं होती है (brightness in the real and fake gemstones). इसके विपरीत वहसदैव रहती है. जबकि नकली रत्नों में चमकदार, टेढी-मेढी हो सकती है.
असली माणिक्य को देखने पर आंखों को ठंडक देता है. जबकि नकली माणिक्य को देखने पर आंखों को गर्मी का अहसास होता है.
(Examine real and fake Coral) असली मूंगेपर हायड्रेक्लोरिकएसेड डालने पर उस पर झाग नजर आता है. पर नकली मूंगे पर यह रसायन डालने परइस प्रकार का कोई झाग नहीं आता है.इस प्रकार यह प्रयोग असली मूंगे व नकलीमूंगे में भेद करने में सहायक होता है.
रत्नों के बाजार में कुछ रत्नों का रंग, नकली होता है. इस प्रकारके रत्नों के लिये रंग पद्वति का प्रयोग किया जाता है. इस प्रकार के सभीरत्नों पर अल्कोहल या स्प्रिट डालकर इसका परिक्षण किया जा सकता है (analysis of gemstone by spirit and alcohol). इस परिक्षण में रत्न केनकली होने पर यह कैमिकल डालने पर रत्न का रंग उड जाता है. इस प्रकार असली वनकली में अन्तर स्पष्ट हो जाता है.
रत्नों के भीतरी हिस्सों को देखने के लिये बिजली के कृ्त्रिमरंगों का प्रयोग किया जाता है. जैसे अंबर रत्न पर किरण डालने पर वेपारदर्शक (transparency in gemstones) नजर आते है. इन बिजली के रंगों मेंजब असली माणिक्य को देखा जाता है. तो उसका रंग काला सा दिखाइ देता है. जबकिनकली माणिक्य इन रंगों में अंगारे जैसा प्रतीत होता है.
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रत्नों की जांच के अन्य तरीके (Other ways to test Real Gemstones)
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1. माणिक्य की जांच (Assessment of Real Ruby)
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1. असली माणिक्य को गाय के कच्चे दूध में रखने पर दूध गुलाबी रंग का दिखाई देता है. जबकि नकली माणिक्य इस रंग का नहीं दिखाई देगा.
2. चांदी की थाली में असली माणिक्य को रखकर सूर्य की रोशनी मेंदेखने पर इसमें से चांदी की थाली लाल रंग की दिखाय़ी देखी (place Ruby in the silver plate and keep it in the sun light).
3. कांच के बरतन में माणिक्य रत्न रखने पर कांच का बर्तन भी लाल दिखाई देता है.
4. असली माणिक्य को जब कमल की कली पर रखा जाता है. तो माणिक्य के प्रभाव से कली खीळ जाती है (real Ruby can blossom a lotus flower).
मोती की जांच (Inspection of Real and Fake Pearl)
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1. कांच के गिलास में पानी डाल कर उसमें मोती रखा जाता है. अगर इस पानी से किरण निकल रही हों तो मोती को असली समझा जाता है.
2. मिट्टी के बरतन में गौमूत्र डालकर उसमें मोती रखा जाता है.रातभर मोती को इसी बरतन में रखा जाता है. सुबह मोती को देखा जाता है. मोतीपर इस उपाय का कोई प्रभाव नहीं पडा हों और मोती अंखड हों तो मोती को असलीसमझा जाता है.
3. मोती को अनाज के भूसे से जोर से रगडा जाता है. मोती के नकलीहोने पर उसका चूरा हो जाता है. मोती पर कोई प्रभाव नहीं पड रहा हों तो यहमोती असली होता है (analysis of real Pearl through wheat fodder).
4. इस उपाय के अन्तर्गत मोती को शुद्ध गाडे घी में कुछ देर केलिये रखा जाता है. अगर मोती असली होने पर घी के पिघलने की संभावनाएं बनतीहै (real pearl can melt the Ghee).
मूंगे की जांच (Assessment of Coral)
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1. दूध में असली मूंगे को रखने पर लाल रंग का प्रकाश निकलता है.
2. जब असली मूंगा धूप में कागज पर या कपास पर रखा जाता है. तो उसमें अग्नि उत्पन्न हो जाती है.
3. असली मूंगे को जब खून में रखा जाता है. तो खूंन के जमने की संभावनाएं रहती है.
. पन्ना की जांच (Analysis of Emerald)
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1. पन्ने को जब पानी से भरे गिलास में रखने पर पन्ना के असली होने पर उससे हरे रंग की किरणें निकलती दिखाई देती है.
2. जब पन्ने को साफ कपडे में बांध कर उंचाई पर लटकाकर रखा जाताहै. तो कपडा हरा दिखाई देने पर पन्ना असली होता है (Emeral can change the white color cloth into green color).
3. असली पन्ने हाथ में लेने पर हल्का महसूस होता है.
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