सोमवार, 3 जून 2013

जाने स्वयं को ?[भाग -1 ]

क्या आप स्वयं के संदर्भ में जानते है ? यदि नही तो आइये जानने का प्रयास करें -------

मेष-आप में राजसी गुण होते है !आप जो करना चाहते है ,उसे करके ही रहते है !विपत्ति के समय भी आप अपनी विचार शक्ति नही खोते है !आप स्वतंत्र एवं सकारात्मक विचार युक्त व्यक्ति है!मेष राशि का अधिपति मंगल होने के कारण  जातक को अचानक क्रोध आजाता है और ये  अपने शत्रु से चिरकाल तक शत्रुता निभाने वाले होते है !गुरु, माता-पिता और ईश्वर भक्ति से ये अवगुण समाप्त किया जा सकता  है !

वृषभ -सांसारिक रूप से वृषभ एक पूर्ण राशि है !यह राशि शुक्र ग्रह से सम्बंधित है जिससे जातक में कला और संगीत के पक्ष में विशेष अभिरुचि होती है किन्तु आत्मविश्वास में कमजोरी होती है !कार्य में असफल होने पर आप जल्द ही कानून तोड़ देते है !आप आरामपसंद और आलसी और जिद्दी प्रवृत्ति के होने के कारण पूर्ण विकास को प्राप्त नही कर पाते है !ये अवगुण दूर करने के लिए मोती धारण करें और शनि देव की पूजा करें !

 मिथुन -इस राशि का स्वमी ग्रह बुध है इस कारण आप में चुलबुलापन और तर्क दोनों का समावेश होता हैआप अपने विचारों को तर्क पूर्ण ढंग से सिद्ध करते है !समाज और परिवार में आपका विशेष प्रभावशाली व्यक्तित्व होता है किन्तु आपके अस्थिर विचार और चंचल बुद्धि आपकी योजनाओं को असफल कर देती है !इन कमियों को दूर करने केलिए भैरों बाबा की पूजा करें और पक्षियों व कुत्ते को भोजन दें !
 कर्क  -इस राशि का स्वामी चन्द्र होने के कारण इस का सीधा सम्बन्ध मन और भावना से है आप सम्बन्धों के प्रति अत्यधिक सम्वेदनशील है !जल की भांति आप स्वयं को हर परिस्थिति में ढाल लेते है !आप दूसरों पर आसानी से विश्वास कर लेते है जो आप केलिए घातक सिद्ध होता है !आप अपने स्वभाव को बदलने की कोशिश करें भावनात्मक कमजोरी को दूर कर नकारात्मक विचारों का त्याग करें इसके लिए आप जल में दूध डाल कर ब्रहस्पतिवार को पीपल पर चढ़ाएं !
सिंह - सिंह राशि का जातक श्रेष्ठ गुणों से परिपुर्ण होता है क्योंकि इस राशि का स्वामी सूर्य होता है आप में एक प्रभावशाली राजा की भांति नेतृत्व क्षमता होती है किन्तु आप थोड़ी भी असामान्य परिस्थिति में झुंझलाहट और क्रोध का शिकार हो जाते है जिससे आप अपना अहित कर लेते है !आप इस अवगुण को दूर करने केलिए नित्य सूर्य को जल चढ़ाएं और पुखराज रत्न धारण करें !
कन्या -इस राशि का तत्व पृथ्वी होने के कारण जातक ज्ञानी ,व्यवहारिक और बुद्धिमान होता है !आप योजनाबद्ध ढंग से कार्य करते है !कम बोलते है किन्तु सारगर्भित बोलते है आप लक्ष्य को प्राप्त करने को तत्पर रहते है !आप की महिला मित्रों की संख्या अधिक होती है किन्तु विपरीत परिस्थितियों में आप का आत्मविश्वास कमजोर होजाता है और आप दूसरों की कमियाँ गिनबाना शुरू कर देती है इस अवगुण को दूर करने हेतु आप सूर्य देव की उपासना करें !
                                                                                                                               क्रमशः ......

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