माना जाता है कि
शनि संतुलन एवं न्याय के ग्रह हैं और अपने पिता सूर्य से अत्यधिक दूरी के कारण यह
प्रकाशहीन हैं। इसी वजह से इन्हें लोग अंधकारमयी, भावहीन, गुस्सैल, निर्दयी और उत्साहहीन भी मान बैठते हैं,
लेकिन सच यह है कि यही ग्रह ईमानदार लोगों के
लिए यश, धन, पद और सम्मान का ग्रह है। यह अर्थ, धर्म, कर्म और न्याय का प्रतीक हैं। शनि ही धन-संपत्ति, वैभव और मोक्ष भी देते हैं। कहते हैं शनि देव पापी
व्यक्तियों के लिए अत्यंत कष्टकारक हैं। शनि की दशा आने पर जीवन में कई उतार-चढ़ाव
आते हैं, जिससे आपके जीवन की नैया
पूरी तरह से डगमगा सकती है। कुंडली में शनि दोष के कारण मुश्किलें खत्म न हो रही
हों तो कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिससे आपकी सभी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी।इन उपायों
में अधिकांश उपाय शनिवार के दिन किए जाते हैं। शनिवार को शनिदेव का खास दिन कहा
जाता है। इस दिन जो भी व्यक्ति शनि को प्रसन्न के लिए पूजन करता है, उनकी मनोकामनाएं शनिदेव पूर्ण करते हैं।
शनि की साढ़ेसाती
या अन्य कोई शनि दोष हो तो आप प्रत्येक शनिवार पीपल के पेड़ को श्रद्धापूर्वक
स्पर्श करें और पेड़ की 7 परिक्रमा करें। इस दौरान शनिदेव से अपने भूल और गलतियों
की प्रायश्चित करते हुए उन्हें नमन करें। ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जप करें।शनि
को मनाना चाहते हैं तो हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करें।
कहते हैं हनुमानजी के दर्शन और उनकी भक्ति करने से शनि के सभी दोष समाप्त हो जाते
हैं और हनुमान जी के भक्तों को शनिदेव परेशान नहीं करते।शनिवार को शनिदेव पर तिल
का तेल चढ़ाएं और उनके नाम से तेल का दान भी करें। तेल का दान करने से पहले तेल की
कटोरी में अपना चेहरा देख लें और तब यह दान करें। कहते हैं ऐसा करने से भी शनि के
दोष समाप्त हो जाते हैं।शनि के क्रोध से बचने के लिए काली चीजें जैसे काले चने, काले तिल, उड़द की दाल, काले कपड़े आदि का दान नि:स्वार्थ
मन से किसी गरीब को करें, शनिदेव प्रसन्न होंगे।कई लोग कुत्ते को रोटी
खिलाते हैं, ताकि उन्हें शनि दोष से मुक्ति मिल जाए। कहते
हैं कि यदि आप तेल से चुपड़ी रोटी कुत्ते को खिलाएं तो ज्यादा फायदा होगा। ऐसा
माना जाता है कि कुत्ता शनिदेव का वाहन है और जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं
उनसे अति प्रसन्न होते हैं। ध्यान रहे कि कुत्ते को घर तक न लाकर आप खुद सड़क पर
जाकर उसे यह रोटी खिलाएं।
धन-संपत्ति के
देवता शनिदेव आपसे नाराज हैं? तो ऐसे मनाएं
उन्हें
इन सबके अलावा
सात मुखी रुद्राक्ष का धारण करना भी शनि शांति के लिए एक बेहतर उपाय है। शनि देव
के प्रकोप को कम करने के लिए लोग नीलम रत्न भी धारण करते हैं।चीनी मिला हुआ दूध
बरगद के पेड़ की जड़ में डालकर गीली मिट्टी से तिलक करना चाहिए। कोशिश कीजिए कि झूठ
बोलने की नौबत न आए और किसी भी चीज को लेकर आपके मन में बुरी भावना न पैदा हो।शनिवार
के दिन यदि आप काले रंग की चिड़िया खरीदकर दोनों हाथों से आसमान में उड़ा दें तो लोग
कहते हैं कि इससे भी आपकी तकलीफें दूर हो जाएंगी।शनि दोष के कारण आप यदि विवाह
नहीं कर पा रहे हैं तो शुक्ल पक्ष के पहले शनिवार के दिन 250 ग्राम काली राई लें
और उसे नए काले कपड़े में बांधकर पीपल के पेड़ की जड़ में रख आएं और शनिदेव से अपने
लिए शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें।
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