ज्योतिष :- ज्योतिष एक विज्ञान है जो कि गणना ,सिद्धांत और फलित पर आधारित है ज्योतिष मानव की जिज्ञासा को शांत करता है और भविष्य में उन्नति के द्वार खोलता है !ज्योतिष एक दर्पण की भांति है जिसमे किसी मनुष्य का वास्तविक प्रतिबिम्व देखा जा सकता है जिसके विश्लेष्ण से भावीय जीवन से अवगत होते हुए योजनायें बनायी जा सकती है और सफल जीवन जिया जा सकता है किन्तु इसके आभाव में लोग जीवन के मूल्य को नहीं समझ पाते है और एक पाशविक जीवन जीते है !
ज्योतिषीय विवेचन में मुख्यतः दो प्रकार की गणना और फलित किये जाते है -
१ -जन्मपत्र 2-वर्षफल
जन्मपत्र :-जन्मपत्र किसी व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन वृत को चित्रित करता है जिसके द्वारा जातक के जीवन में आने वाले उतार -चढ़ावों ,सफलता और असफलता ,गुण व् दोषों से भली भांति परिचित होकर सफल जीवन की भावीय योजनाये तैयार की जासकती है और होने वाली हानियों को यथा संभव कम किया जासकता है !
वर्षफल :-यह किसी व्यक्ति के जीवन काल के एक वर्ष की गणना और फलित पर आधारित विश्लेष्ण है जिससे वर्ष विशेष में होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान किया जा सके!
आजकल जन्मपत्र और वर्षफल के लघु ,मध्यम और बृहद कई प्रारूप प्रचलन में है जिनमे विविध प्रकार के चक्रों जैसे :-लग्न ,राशि ,विंशोत्तरी ,योगिनी इत्यादि का समावेश है और विविध प्रकार के फलित विविरण का समावेश होता है किन्तु इन सबका आधार अर्थात जन्मांग की गणना और फलित ज्योतिषी के ज्ञान और अनुभव के आधार पर ही सत्यता के सन्निकट पहुंचता है अन्यथा व्यक्ति भ्रमित हो सकता है !
नोट :-हमारे यहाँ हस्तलिखित और कम्प्यूटराइज्ड दोनों प्रकार की जन्मपत्र व् वर्षफल बनायी जाती है आप सत्यता के सन्निकट विवरण और परामर्श प्राप्त करने हेतु सम्पर्क कर सकते है और अपने जीवन में सफलता के पथ पर अग्रसर हो सकते है !
ज्योतिषीय विवेचन में मुख्यतः दो प्रकार की गणना और फलित किये जाते है -
१ -जन्मपत्र 2-वर्षफल
जन्मपत्र :-जन्मपत्र किसी व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन वृत को चित्रित करता है जिसके द्वारा जातक के जीवन में आने वाले उतार -चढ़ावों ,सफलता और असफलता ,गुण व् दोषों से भली भांति परिचित होकर सफल जीवन की भावीय योजनाये तैयार की जासकती है और होने वाली हानियों को यथा संभव कम किया जासकता है !
वर्षफल :-यह किसी व्यक्ति के जीवन काल के एक वर्ष की गणना और फलित पर आधारित विश्लेष्ण है जिससे वर्ष विशेष में होने वाली घटनाओं का पूर्वानुमान किया जा सके!
आजकल जन्मपत्र और वर्षफल के लघु ,मध्यम और बृहद कई प्रारूप प्रचलन में है जिनमे विविध प्रकार के चक्रों जैसे :-लग्न ,राशि ,विंशोत्तरी ,योगिनी इत्यादि का समावेश है और विविध प्रकार के फलित विविरण का समावेश होता है किन्तु इन सबका आधार अर्थात जन्मांग की गणना और फलित ज्योतिषी के ज्ञान और अनुभव के आधार पर ही सत्यता के सन्निकट पहुंचता है अन्यथा व्यक्ति भ्रमित हो सकता है !
नोट :-हमारे यहाँ हस्तलिखित और कम्प्यूटराइज्ड दोनों प्रकार की जन्मपत्र व् वर्षफल बनायी जाती है आप सत्यता के सन्निकट विवरण और परामर्श प्राप्त करने हेतु सम्पर्क कर सकते है और अपने जीवन में सफलता के पथ पर अग्रसर हो सकते है !
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