समुद्रशास्त्र में शरीर पर
मौजूद तिलों का बड़ा महत्व बताया गया है। लाल तिल शरीर के जिस भी अंग पर होता है
वह शुभ फलदायक होता है। लेकिन काला तिल शुभ भी होता है और अशुभ भी। मस्सों का भी
तिल के समान भी फल होता है। अगर आपके शरीर पर भी तिल या मस्सा है तो देखिए आपके
शरीर पर मौजूद तिल का क्या मतलब है।
समुद्रशास्त्र के अनुसार
जिस व्यक्ति के ललाट के मध्य भाग में तिल होता है वह बहुत ही भाग्यवान होते हैं।
यह जिन क्षेत्रों में प्रयास करते हैं उनमें भाग्य इन्हें सहयोग करता है और जीवन
में सफल होते हैं।
जिस स्त्री अथवा पुरुष के
होठों के ऊपर दाएं तिल का निशान होता है उनका अपने जीवनसाथी के साथ प्रेमपूर्ण
रिश्ता रहता है। इनके बीच बेहतर संबंध बना रहता है। इसके विपरीत होंठ के बाएं ओर
तिल का निशान होने पर जीवनसाथी के साथ मतभेद बना रहता है। इनके बीच तालमेल की कमी
रहती है।
जिस व्यक्ति माथे पर दाएं
अथवा बाईं ओर तिल का निशान होता है वह धन तो खूब कमाते हैं लेकिन भोग विलास की
चीजों में धन को खर्च कर देते हैं। इसलिए कई बार इन्हें आर्थिक परेशानियों का भी
सामना करना पड़ता है।
जिस व्यक्ति की छाती पर
बायीं ओर तिल या मस्से का निशान होता वह उनकी शादी अधिक उम्र में होने की संभावना
रहती है। ऐसे व्यक्ति कामुक होते हैं। इन्हें हृदय रोग की भी आशंका रहती है।
समुद्रशास्त्र के अनुसार
जिस व्यक्ति की छाती पर दायीं ओर तिल का निशान होता है वह धनवान होते हैं और इनका
जीवनसाथी भी सुंदर एवं योग्य होता है।
जिस व्यक्ति के निचले होठों
पर तिल का निशान होता है वह खाने-पीने के शौकीन होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने क्षेत्र में
विशेष सफलता एवं प्रसिद्घि प्राप्त करते हैं। समुद्रशास्त्र के अनुसार ऐसे व्यक्ति
में काम भावना अधिक होती है यह विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित रहते हैं।
समुद्रशास्त्र में बताया
गया है कि हथेली पर अंगूठे के नीचे का भाग शुक्र पर्वत कहलता है। जिनकी हथेली में
यहां पर तिल होता है वह कामुक होते हैं। इन्हें गुप्त रोग होने की संभावना रहती
है। जबकि अंगूठे पर तिल हो तो व्यक्ति कितना भी अच्छा काम क्यों न करे उसे यश नहीं
मिलता है।
जिस व्यक्ति के पेट पर तिल
का निशान होता है वह भोजन प्रिय होते हैं। तिल अगर नाभि के बायीं ओर हो तो व्यक्ति
को उदर रोग की परेशानी होती है। जिनके नाभि के नीच तिल का निशान होता है उन्हें
यौन रोग की संभावना रहती है।
बहुत से हस्त रेखा पढ़ने
वाले लोग बताते हैं हथेली के अंदर तिल का होना शुभ है। और मुट्ठी बंद करने पर तिल
अगर दिखाई दे तो ठीक नहीं होता है। लेकिन ऐसा नहीं है। हथेली में जिस स्थान पर तिल
होता वहां के ग्रहों के शुभ प्रभाव को कम कर देता है। जैसे किसी व्यक्ति के
अनामिका उंगली के नीचे तिल हो तो व्यक्ति की रुचि पढ़ने लिखने में कम होती है। ऐसे
व्यक्ति को किसी भी काम में सफलता पाने के लिए अधिक संघर्ष करना पड़ता है।
जिन लोगों के कंठ पर तिल का
निशान होता है वह उनकी आवाज अच्छी होती है। ऐसे व्यक्ति अपनी आवाज का व्यावसायिक
इस्तेमाल कर सकते हैं। संगीत और गायन के यह शौकीन होते हैं। गले की पीछे तिल होने
पर व्यक्ति को रीढ़ में तकलीफ हो सकती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें