ड्राई फ्रूट का राजा हैं किशमिश
किशमिश को ड्राई
फ्रूट का राजा कहा जाता है। गोल्डन ब्राउन रंग का रिंगक्ली ड्राई फ्रूट स्वास्थ्य
टॉनिक, स्नैंक्स और एनर्जी के लिए अनिवार्य खाद्य पदार्थ है।
दुनिया भर के सभी सांस्कृतिक खाने में इस मीठी और चिपचिपी बनावट वाली किशमिश का
उपयोग होता है। सूखने के बाद अंगूर से प्राप्त, किशमिश को उसके पोषण तत्वों
और स्वास्थ्य लाभों के कारण "हीरा" माना जाता है। किशमिश खाने से ब्लड
बनता है, वायु, पित्त और कफ दोष दूर होता है और यह हृदय के
लिये बहुत लाभकारी होती है।
कैंसररोधी
कैंसररोधी
फ्री रेडिकल्स
प्राइमरी कारणों में से एक हैं जो कैंसर कोशिकाओं के सहज विकास का नेतृत्व करते
है। साथ ही यह मेटास्टेसिस को भी प्रोत्साहित करते हैं। किशमिश में उच्च स्तर
में काट्चिंस तत्व होता है यह तत्व रक्त में पॉलीफेनोलिक एंटीऑक्सीडेंट होते
हैं। एंटीऑक्सीडेंट शरीर के आस-पास रहने वाले फ्री रेडिवजन बढ़ाए कल्स को शरीर से बाहर निकालता है।
अगर आप वजन
बढ़ाने की कोशिश कर रहें हैं, तो इसमें किशमिश आपके काफी काम आ सकती है।
किशमिश में फ्रुक्टोज के साथ ही ग्लूकोज भी भरपूर मात्रा में होता हैं। जो आपको
एनर्जी के साथ वजन बढ़ने में भी मदद करता है। अगर आप सही प्रकार से वजन बढ़ाना
चाहते हैं, तो आज से ही किशमिश खाना शुरु कर दें।
- पाचन तंत्र के
लिए लाभकारी
किशमिश लैक्सटिव
के रूप में कार्य करती है। यह पेट में जाकर पानी को अवशोषित करती है, जिससे कब्ज से राहत मिलती है और पाचन तंत्र सुचारू रूप से कार्य करता है।
नियमित रूप से किशमिश का उपयोग करने से आपका हाजमा ठीक रहता है। किशमिश में मौजूद
फाइबर गैस्ट्रोइंटेस्टिनल मार्ग से विषाक्त और अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने
में मदद करते हैं।
मुंह स्वास्थ्य को बढ़ावा
मुंह स्वास्थ्य को बढ़ावा
अक्सर लोगों का
मानना है कि मीठी होने के कारण किशमिश कैंडी की तरह मुंह स्वास्थ्य के लिए अच्छी
नहीं है। इससे दांतों में कीड़ा लगने और दांतों के टूटने की समस्या हो सकती हैं।
लेकिन किशमिश में ओलीनोलिक एसिड होता है जो मुंह से जुड़ी समस्याओं के लिए बहुत
उपयोगी होता है। साथ ही यह मसूडे की सूजन पैदा करने वाले हानिकारक बैक्टीरिया से
रक्षा करता है।
हड्डियों में मजबूती
हड्डियों में मजबूती
कैल्शियम का एक
समृद्ध स्रोत होने के कारण किशमिश हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाती है। किशमिश
में बोरोन नामक माइक्रो न्यूट्रियंट भी प्रचुर मात्रा में होता है जो कैल्शियम
सोखने और हड्डी गठन को अवशोषित करने में मदद करता है। बोरोन के कारण
ऑस्टियोपोरोसिस से राहत मिलती है। साथ ही किशमिश खाने से घुटनों में दर्द की समस्या
भी नहीं होती हैं।
एसिडिटी दूर भगाएं
अगर कोई व्यक्ति
एसिडोसिस (रक्त में एसिडिटी की वृद्धि) से ग्रस्त है, तो उसको नाश्ते में किशमिश को शामिल करना चाहिए। किशमिश में पोटेशियम और
मैग्नीशियम दो महत्वपूर्ण तत्व होते है। यह दोनों मिनरल एसिड को निष्क्रिय करने
और एसिडोसिस को दूर करने में मदद करते हैं।एनिमिया ठीक करें
किशमिश में आयरन
काफी मात्रा में होता है जो सीधे एनीमिया से लड़ने की शक्ति रखता है। नए ब्लड के
गठन के लिए जरूरी विटामिन बी कॉमप्लेक्स की जरुरत को भी किशमिश पूरी करती है।
इसके अलावा किशमिश में मौजूद भरपूर मात्रा में कॉपर, लाल रक्त कोशिकाओं के
निर्माण में मदद करता है।आंखों के लिए गुणकारी
किशमिश में विटामिन
ए, ए-बीटा कैरोटीन और ए-कैरोटीनॉइड होता है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक होता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट
गुण होते है जो आंखों को फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करता है। किशमिश खाने से
उम्र बढने की वजह से आंखों की कमजोरी, मसल्स डैमेज, मोतियाबिंद आदि नहीं होता।मस्तिष्क के लिए उपयोगी
बोरान का बहुत
अच्छा स्रोत होने के कारण किशमिश आपके ब्रेन के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
बोरान एक ऐसा तत्व है जो ध्यान और याद्दाश्त में सुधार करने में मदद करता है।
बोरान के अन्य अच्छे स्रोत अखरोट,
बादाम और सूखी खुबानी भी
है।
कोलेस्ट्रोल विरोधी
क्या आप इस बात
को जानते हैं कि किशमिश पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल मुक्त होता है। किशमिश में
घुलनशील फाइबर बहुत अधिक मात्रा में होता है। यह घुलनशील फाइबर बुरे कोलेस्ट्रॉल
से लड़ता है। इसके अलावा किशमिश पोलीफेनोल्स एंजाइम को भी दबाता है जो शरीर में
कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित के लिए जिम्मेदार होता है।
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