सिंह राशि में चल रहे गुरू 11 अगस्त की रात 9 बजकर 25 मिनट पर राशि परिवर्तन करेंगे और कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। ज्योतिषशास्त्र
में कन्या राशि का स्वामी बुध को बताया गया है। बुध गुरू का शत्रु ग्रह है। लेकिन
शत्रु राशि में जाने पर भी गुरू की दृष्टि का शुभ फल कई राशियों को लाभ प्रदान
करेगा। कई राशि के व्यक्ति गुरू के इस गोचर में नौकरी व्यवसाय में उन्नति एवं
धन लाभ प्राप्त करेंगे। देखिए आपके लिए गुरू का यह गोचर कितना लाभप्रद और
भाग्यशाली रहने वाला है।
1------------मेष
राशिः भावनात्मक तौर पर आहत हो सकते हैं
इस सप्ताह आपके समक्ष कई ऐसी परिस्थितियाँ
आएंगी जिनसे आप भावनात्मक तौर पर आहत हो सकते है। किसी के साथ ग़लतफहमी पैदा होने
या उनका सामना करने की सोच ही आपको विचलित कर सकती है। यहाँ तक कि कार्यस्थल पर भी
काम में ध्यान लगाने में आपको परेशानी महसूस हो सकती है। हालांकि इस तरह की
दिक्कतें आपको सिर्फ कुछ समय के लिए ही परेशान करेंगी इसके आसार हैं अपनी सोच को
काबू कर, चीज़ों को
स्वीकार करें तो यह समस्याएँ खुद-ब-खुद दूर हो सकती हैं। आपके लिये सलाह है कि
सुबह शाम थोड़ा बहुत समय चित को एकाग्र करने पर भी लगायें इससे आप अच्छा महसूस
करेंगें।
गुरू आपकी राशि से छठे घर रहेंगे ऐसे में आपको
अपनी आय बढ़ाने के लिए काफी परिश्रम करना होगा क्योंकि आपके खर्चे बढ़ेंगे। रोग
स्थान में गुरू का गोचर आपकी सेहत को भी प्रभावित करेगा। ऐसे में तैलीय, मसालेदार
चीजें आपकी सेहत को बिगाड़ने का काम करेंगे, फल और जूस का
सेवन करना अधिक फायदेमंद रहेगा। योग और ध्यान से लाभ मिलेगा। भाई-बंधुओं और मित्रों
से मन मुटाव हो सकता है। मामा पक्ष कष्ट मिलेगा। शत्रु एवं प्रतियोगियों से
सावधान रहें आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
2 ----------इस सप्ताह आपको
अपार खुशियां मिलें इसकी उम्मीद है। अपने आसपास होने वाले घटनाक्रमों से भी आप
संतुष्ट रह सकते हैं। प्रेमी जातक अपने जीवन में एक नया उत्साह, एक
नया रोमांच महसूस कर सकते हैं। कार्यस्थल पर आपको अपने कड़े परिश्रम के फलस्वरुप
पदोन्नति मिल सकती है आपकी सफलता अन्य साथियों को भी प्रेरित कर सकती है। व्यवसायी
जातक निवेश के लिये जिस बेहतर समय के इंतजार में थे यह वही समय है। नई परियोजनाओं
को क्रियान्वित करने का प्रयास करें आपके काम के विस्तार के लिहाज से भी यह उत्तम
समय है। हालाँकि आपको इस दौरान अपने खर्चों पर लगाम कसने की ज़रूरत है। विवाहित
जातक एक अच्छे दांपत्य जीवन का आनंद ले सकते हैं।
आपके लिए गुरू का यह गोचर शुभ फलदायक रहेगा।
आप अगर उच्च शिक्षा प्राप्त करने में लगे हैं या करना चाहते हैं तो अगला एक साल
आपके लिए बहुत बढ़िया है मौके का लाभ उठाइये। वाहन, जमीन, मकान
खरीदने की चाहत है तो अब प्रयास कीजिए कामयाबी मिलेगी। वैवाहिक जीवन के सुखों
में वृद्धि होगी, जिन लोगों की शादी की बात चल रही है उन्हें
जीवनसाथी की प्राप्ति हो सकती है। संतान सुख के मामले में भी यह गोचर अनुकूल है।
वरिष्ठजनों से संपर्क बढ़ाइए उन्नति और लाभ का अवसर मिल सकता है।
3------इस
सप्ताह की शुरुआत में चंद व्यक्तिगत और व्यावसायिक समस्याएं आपकी चिंता का कारण बन
सकती हैं। हालाँकि आप इन समस्याओं का हल निकालने का हरसंभव प्रयास करेंगे, लेकिन
आपके व्यावसायिक जीवन में कुछ-ना-कुछ परेशानियां आपकी उन्नति की राह में रोड़े बन
कर आ सकती हैं। आपके प्रयासों को प्रोत्साहन न मिलने से हो सकता है आपके स्वभाव
में भी थोड़ा चिड़चिड़ापन आये, स्वयं को प्रेरित कर आप इस परेशानी से
निजात पा सकते हैं। तय समयावधि में अपने सभी काम पूरे कर सप्ताहांत पर अपने
परिजनों और मित्रों के साथ उत्तम समय व्यतीत करने का मौका भी आपको मिल सकता है।
खर्च के मामले अपना हाथ थोड़ा टाइट रखें तो बेहतर है।
आपके लिए गुरू का गोचर काफी उतार-चढ़ाव भरा रह
सकता है। नौकरी व्यवसाय से लेकर घरेलू जीवन में भी आपको अधिक परिश्रम और संघर्ष
करना पड़ सकता है इसलिए संयम से चुनौतियों का सामना करते हुए आगे बढ़ें।
जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों को लेकर परेशानी हो सकती है। वाहन के मामले में आपके
खर्च बढ़ेंगे। वैसे भी खर्च के मामले में आपको थोड़ा संभलकर चलना होगा क्योंकि इन
दिनों आय के मुकाबले खर्चे बढ़ने के योग बने हैं।
4--गुरू का यह गोचर
आपको आर्थिक मामलों में परेशान कर सकता है क्योंकि आकस्मिक खर्चे आपका बजट बिगाड़ने
का काम करेंगे। आपका अपना व्यक्तिगत जीवन तो सामान्य रहेगा लेकिन भाई-बंधुओं को
शारीरिक कष्ट हो सकता है जिससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। छात्रों एवं शिक्षा
के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए यह गोचर ज्ञान प्राप्ति के मामले मे लाभप्रद
रहेगा। संतान पक्ष से खुशी मिल सकती है।
5--आपकी राशि से कन्या में गुरू का जाना
आपके लिए कुल मिलकार अच्छा रहेगा। वरिष्ठ लोगों से आपकी पहचान और संपर्क बढ़ेगा
जिनसे आप लाभ उठा सकते हैं। धार्मिक विषयों में आपकी रूचि बढ़ेगी। तीर्थ
यात्रा कर सकते हैं या घर पर ही कोई धार्मिक आयोजन होने की संभावना दिखती है।
आपके घर में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है जिसमें आपके खर्चे होने की संभावना बन
रही है। जो लोग विदेश यात्रा को विचार कर रहे हैं उनके सपने साकार हो सकते हैं।
लंबी दूरी की यात्रा का योग बनेगा।
6---आपकी राशि में
गुरू का संचार बता रहा है कि सितंबर तक का समय स्वास्थ्य के मामाले में
उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। इन दिनों आप अकारण ही किसी बात को लेकर डरे रह सकते हैं।
मानसिक तनाव बना रहेगा। ईश्वर के प्रति आपकी श्रद्ध और आस्था बढ़ेगी जो मुश्किलों
से निकलने में सहायक रहेगा। आर्थिक मामलों में भी यह समय संघर्षपूर्ण रह सकता
है। आय में वृद्धि आपके परिश्रम के अनुकूल नहीं होने से निराश हो सकते हैं।
7---------इस
गोचर में गुरू का आपकी राशि से बाहर घर में संचार होगा जो आपके लिए आर्थिक
मामलों में खर्च का सूचक है। इन दिनों आपके व्यय काफी बढ़े-चढ़े रहेंगे जिससे
बचत करना कठिन होगा। लंबी दूरी की यात्रा के योग बनेंगे, तीर्थ यात्रा का
अवसर मिल सकता है। कई बनते कार्यों में बाधा आने से मानसिक परेशानी आएगी। घरेलू
जीवन में उलझनों का सामना करना होगा।
8---आपके लिए आगला
एक साल बड़ा ही रोमांचक रहेगा। आपके कई कार्य सफल होंगे लेकिन इनमें कई बार
उतार-चढ़ाव आएगा यानी निराशा के बाद अचानक से काम बन जाएंगे जिससे आपको काफी
खुशी मिलेगी। जमीन-जायदाद से जुड़े कामों में सफलता मिलेगी। किसी प्रिय मित्र
या अपने से मिलन आपको आनंदित करेगा। धन लाभ और उन्नति के अवसर भी आपके सामने
आएंगे जिनका आपको लाभ उठाना चाहिए।
9------------आपकी
राशि के स्वामी गुरू का गोचर राशि से दसवें घर में शत्रु राशि में होने जा रहा
है जिससे नौकरी व्यवसाय में इन दिनो आपको काफी परिश्रम करना होगा। धन लाभ की
मात्रा प्रयास पर निर्भर होगा। लेकिन खर्च बढ़ने से आय-व्यय में असंतुलन बना रह
सकता है। आपके लिए सलाह है कि काम और जीवन के दूसरे विषयों के साथ सेहत का भी
ध्यान रखें क्योंकि इस गोचरवाधि में आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
10-आपके लिए अगला
एक साल खुश खबरी लेकर आने वाला है। संतान की चाहत रखने वालों की इच्छा पूरी हो
सकती है। सगे-संबंधियों से तालमेल और सहयोग मिलेगा, मन प्रसन्न और
आनंदित रहेगा। नौकरी व्यवसाय में लाभ एवं उन्नति का अवसर मिलेगा। उच्च शिक्षा
के मामले में इस वर्ष आपको कामयाबी मिलेगी। पिता वरिष्ठ जनो से सहयोग एवं लाभ मिलेगा।
आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और धर्म-कर्म में भी आपकी रूचि बढ़ेगी।
11----आपके
लिए अगला एक साल स्वास्थ्य एवं धन के मामले में उतार-चढ़ाव भरा रहेगा क्योंकि
गुरू का गोचर आपकी राशि से आठवें घर में होने जा रहा है। आपके विरोधी आपको
परेशान करने की कोशिश करेंगे, सावधान रहें। अनचाही यात्रों के कारण
आपको कष्ट हो सकता है। पारिवारिक जीवन में उलझन बढ़ सकती है। खर्च बढ़ेंगे इसलिए
अपनी आय को बढ़ाने के लिए अधिक प्रयास करना होगा।
12------धार्मिक
मामलों में आपकी रूचि बढ़ेगी, तीर्थ यात्रा की योजना बना सकती है।
आर्थिक मामलों में साल कुल मिलाकर लाभप्रद रहेगा। वाहन सुख के मामलों में साल
बढ़िया है। पारिवारिक जीवन में आपसी तालमेल बढ़ेगा। घर में शुभ और मांगलिक
कार्य होंगे। ज्ञान और विद्या का लाभ उठा सकते हैं। भाई-बंधुओं से सहयोग मिलेगा।
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11 अगस्त मध्य रात्रि के समय ग्रहों में गुरु
यानी सबसे बड़ा ग्रह गोचर में सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे।
मेदिनी ज्योतिष में गुरु को धन-संपदा, बैंकिंग, टैक्स, समाज
कल्याण की योजनाओं, खेल-कूद, शिक्षा नीति,
सोने
की कीमतों आदि का कारक ग्रह माना गया है। गुरु लगभग 12 महीनों के बाद
गोचर में जब राशि परिवर्तन करते हैं तो इसके प्रभाव का आंकलन देश, दुनिया,
मनुष्य
और राशियों के लिए किया जाता है। इससे पता चलता है कि आने वाला एक साल अब देश
के लिए और उसकी जनता के लिए कैसा रहेगा।
70 वें स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले गुरू
का राशि परिवर्तन भारत के लिए कई संदेश दे रहा है। आजाद भारत की वृषभ लग्न की
कुंडली में गुरु अब पंचम भाव में गोचर करेंगे जहां से वह धर्म स्थान नवम भाव को
पांचवीं दृष्टि से, लाभ
के घर यानी एकादश भाव को सातवीं दृष्टि से तथा लग्न को अपनी नवीं दृष्टि से अगले
एक वर्ष तक देखेंगे। ज्योतिषशास्त्र में गुरु की दृष्टि को बहुत ही शुभ कहा गया
है ऐस में गुरू कई मामलों में अपना शुभ प्रभाव देंगे।
आजाद भारत की कुंडली में लग्न से पंचम भाव में
गुरू के आने पर गुरु खेल-कूद के क्षेत्र में देश का मान-सम्मान बढाने का संकेत
देते हैं। भारतीय खिलाडी रियो में हो रहे ओलंपिक खेलों में अपने प्रदर्शन से 11
अगस्त के बाद आश्चर्यजनक रूप से सुधर लाकर भारत का सम्मान बढाएंगे।
नवम भाव पर गुरु की दृष्टि पड़ने से देश में
धार्मिक विवादों में तेजी आएगी। गुजरात, उत्तरप्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र
और हरियाणा में दलित आंदोलन उग्र रूप लेकर वहाँ की सरकारों के लिए सरदर्द पैदा
करेंगे। एकादश भाव पर पड़ रही गुरु की दृष्टि और चन्द्रमा में मंगल की विंशोत्तरी
दशा देश में टैक्स कानूनों में सुधार लाकर सरकार की आय बढ़ाएगी लेकिन आम जनता को
महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। गुरु के शुभ प्रभाव से मोदी सरकार देश के भीतर काला
धन रखने वालों पर कड़ी कार्यवाही करके आम जनता की खूब वाह-वाही लूट सकती और सरकार
की छवि बेहतर होगी।
गुरु का कन्या राशि में आने वाला गोचर किसानों
के 'अच्छे-दिन' ले कर आएगा। ज्योतिष के प्रसिद्ध
ग्रन्थ भविष्यफल भास्कर के अनुसार जब गुरु (बृहस्पति) कन्या राशि पर हों तो वर्षा
उत्तम हो, सब धान्य (आनाज) सस्ते हों और मनुष्य निरोगी रहे। आने वाले एक वर्ष
में कन्या राशि के गुरु के प्रभाव से खेती में पैदावार बढ़ने से किसानों की आय में
वृद्धि होगी। आनाज और दालों के अच्छी पैदावार होने से इनकी कीमतों में कुछ कमी
आएगी जिससे आम जनता को कुछ राहत मिलेगी। किन्तु अगस्त और सितंबर के महीनों में
गुरु कन्या राशि के पहले नवांश मकर में रहेगे जहां वह नीच के होकर कुछ कमजोर
होंगे। इस कारण से 23 अगस्त से 15 सितंबर के बीच प्राकृतिक आपदा और युद्ध से
जन-धन की हानि का भी योग बन रहा है। इस दौरान सोने के कीमतों में तेजी आएगी और
शेयर बाजार में मंदी का दौर शुरू होगा।
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