शनिवार, 7 मार्च 2015

क्या है ? देवपुरुष या साधारणमनुष्य या असुर

तीन प्रकार के पुरुषो में - देवपुरुष श्रेष्ठ होता है , मनुष्य साधारण और असुर निकृष्ट होते है ।
देव वह है जो निर्दयी नहीं होते , दूसरों के कष्ट दूर करते है , वैदिक धर्म के पालन से उनका आत्मा उच्च हो जाता है और वेदो के ज्ञान को जानकर , वेदवर्णित ईश्वर की उपासना करके , यज्ञ करके वे देवता बन जाते है ।
असुर वे है जो अपने लाभ के सामने दूसरे के लाभ की परवाह नहीं करते। स्वार्थसिद्धि मे लगे रहते है और दूसरे की हानि करके अपना पेट भरते है। जैसे एक कसाई पशुओ को काटकर प्रसन्नता से बेचता है। यह कसाई का असुरपन है । ऐसे ही मनुष्य अपने स्वाद के लिए एक पक्षी की गर्दन मरोड़ देता है और निरीह पशुओ को मारकर खाता है, यह है उस मनुष्य का असुरपन । कोई एक जाति अपने त्योहारो के नाम पर लाखो बकरो आदि को काटकर खा जाति है ये है उस जाति का असुरपन ।
रावण के सीताहरण के समय कब सीता जी के कष्टो की परवाह की थी ? दुर्योधन ने भरी सभा मे द्रौपती को अपमानित करके अपने असुरपन का ही परिचय दिया था। दरअसल निर्दयता एक मानसिक रोग है , असुरपन का कारण है ।
अब आप सोचिए क्या बनना चाहते है ? देवपुरुष या साधारणमनुष्य या असुर



हमारे वेदो की आज्ञा है कि -- पहले मनुष्य बनो , मतलब प्रेम दया परोपकार आदि गुणो को धारण करो , वेदो के ज्ञान को जानो और फिर उसका पालन करके देव बनो।

:- होली के दिन जो जहा पर होली जलाई जाई वहा पर आप भगवान सुदर्शन चक का ध्यान करके एक छोटा सा गड्डा खोदकर उसमे एक सिक्का एक धागा और एक लोहे का छल्ला गाड देवे उगले दिन शुभ मुहर्त में इनको निकाल कर सिक्के को लाल कपड़े में बाधकरअपनी तिजोरी में रख देवे ।पुरे साल बरकत होती रहेगी। जो धागा हे वो जिसके बधेगा उसको किसी की नजर नही लगती हे। और लोहे के छल्ले को जो धारण करता हे वो गुप्त शत्रु से पीड़ित नही होता हे :
:- आज होली हे और आज के दिन जो मन्त्र तंत्र यंत्र करे जाते हे वो एकदम सटिक जाते हे ।शाम के समय जब होली जल रही हो उस समय आप एक नारियल लेकर उलटी परिक्रमा 7 लगाते हे तो विवाह में आ रही बाधा दूर होती हे। अगर बार व्यापार में नुकसान होता हे कोई उपाय काम नही कर रहा हे तो आप एक कील जलती हुई होली में डाल देवे उगले दिन उस कील को पचा मर्त से शुद्ध करके अपनी दुकान या कारखाने में लगा देवे। 11 लोग और 11 इलायची लेकर कपूर से होलिका दहन के बाद आप जलावे जो राख रहेगी उस का तिलक अपने पितरो और इस्ट देवता को लगावे वे आपकी मदद हर समय करगे। अगर आपके पितृ दोष हे तो होलिका दहन के बाद परिनडे में तिल्ली के तेल का दीपक जलावे रात्री में जो स्वप्न आएगा उसके आधार पर दान करे आपको पितरो का शुभ आशीर्वाद मिलेगा। जिनको बार निराशा मिलती या कुंडली में विष योग हे उनको आज का चाद पानी में देखकर अगले दिन पीपल में डालने से आशतित परिणाम मिलते हे।
       आज हम आपको आपकी आर्थिक समस्या को दूर करने का सरल और सटीक उपाय बता रहे इसको करने से 100:/: आपको फायदा होगा ।सबसे पहले आप अगर बार असफल हो रहे हे तो स्नान करते समय किसी भी देवता का ध्यान और मन्त्र जाप अवश्य करे ।नहाते समय आपकी बाल्टी में जो पानी हे उसमे थोडा कच्चा दूध डाल देवे इससे आपको मानसिक शक्ति तो मिलेगी ही और आपको जो बार बार नुकसान हो रहा हे वो बंद हो जायेगा। अब सबसे पहले पानी सिर पर डाले फिर अपने सीधे कंधे पर आपको सफलता जरुर मिलेगी। नहाने समय सारे पानी को फेलाना नही हे । जब आप सुबह शाम पूजा पाठ करे उस समय अपने हाथो की लकीरों को नही देखना हे अपनी उगलियों के अग्र भाग को देखे ।लक्ष्मी की क्रपा शुरू हो जाएगी। जब आप घर से दुकान या ऑफिस जाते हे तो पुरे रस्ते में "जय श्री राधा " का मानसिक जाप करे ।आपको कुछ ही दिनों में परिणाम मिलने लगेगा:

                          :-सभी को होली पर अपनी सुरक्षा की चिन्ता बनी रहती हे लेकिन इस बार आप इस होली पर अपनी राशि के अनुसार अगर होलिका में अपना नाम और गोत्र का उच्चारण करके राशि की लकड़ी देवे और अपनी मनोकामना मागे तो जरूर पूरी होगी 
1:- मेष राशि-आवले और आक की लकड़ी डालने से सर दर्द और असम्मान दूर होता हे 2:-वर्षभ राशि :- जामुन और पलाश की लकड़ी डालने से नेत्र और वाणी और धन की कमी दूर होती हे। 3:-मिथुन राशि :- कीकर और अपामार्ग की लकड़ी डालने से कन्धे और व्यापार में हानि नही होती हे4:-कर्क राशि :- गूलर और पीपल की लकड़ी डालने से मन शांत रहता हे दाम्पत्य जीवन सुखी रहता हे।5:- सिह राशि :- अशोक वट व्रक्ष और आंकड़े की लकड़ी डालने से सन्तान का सुख और शिक्षा में तरक्की मिलती हे ।कन्या राशि :-खेजड़ी अपामार्ग ओर् बिल्व पेड़ की लकड़ी डालने से गुप्त शत्रु से छुटकारा और कर्ज से मुक्ति मिलती हे।7 तुला राशि:- गूलर अर्जुन और नागकेसर की लकड़ी डालने से आपको रोजगार के नए अवसर देता हे और पेट के रोग दूर करता हे ।8:- वरशिक राशि :-नीम और खेर की लकड़ी डालने से आप जो कहते हे वो कर सकते हे बचत और बरकत होने लग जायेगी। 9:-धनु राशि :- पीपल और कटहल की लकड़ी के साथ हल्दी की 9 गाठे डालने से आपकी बात का सम्मान और विद्या का पूरा उपयोग मिलेगा ।10:- मकर राशि :- शमी और कुशा कटहल और काले फूल डालने से पिता पुत्र में तनाव कम होकर अपनि मेहनत का फल मिलता हे। 11:-कुम्भ राशि :- नारियल आम दूर्वा और खेजड़ी की लकड़ी डालने से तरक्की मिलती हे। 12-मीन राशि :-दूर्वा पीपल बेर की लकड़ी डालने से सभी मुसीबतो से मुक्ति मिलती हे ।ये उपाय करके अआप अपनी परेशानिया कम कर सकते हे!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें