सोमवार, 14 अगस्त 2017

#गर्भ_में_लड़का_या_लड़की –सदियों पहले बताये गए ये राज़

सामान्य जानकारी

#गर्भ_में_लड़का_या_लड़की –सदियों पहले बताये गए ये राज़
::::::::::::::::::::::::::::::::::
1- अगर महिलाएं ज़रूरत सेज़्यादा Moody हो रही हैं तो माना जाता ही की वह एक कन्या को जन्म देने वाली हैं। क्योंकिइससे फिमेल हार्मोन ज़्यादा हो जाता है।
2- अगर आपका बांया ब्रेस्ट दाहिने ब्रेस्ट से बड़ा है तो आपबेटी को जन्म देंगी। वहीँ अगर गर्भ में बेटा होगा तो दांया ब्रेस्ट बाएं से बड़ा होगा।
3- अगर निप्पल ज़रूरत से ज़्यादा काले हो जाते हैं तो माना जाता है कि बेटा होगा।
4- अगर पेशाब का रंग गहरा Yellow हो तो बेटा होगा वहीँ अगर हल्का yellow है तो बेटी।
5- अगर आपकी हार्ट बीत सामान्य है तो लड़का होगा और वहीँ अगर 140 तक होती है तो बेटी पैदा होगी।
6- अगर गर्भवती को नमकीनखाने का मन कर रहा है तो बेटा होगा लेकिन अगर मीठा खाने का मन करता हैतो बेटी आने वाली है।
7- सारे संकेतों में ये बड़ा संकेत माना जाता है कि अगर पिता का वज़न बढ़ताहै तो बेटी की आने की संभावना बढ़ जाती है। लेकिन अगर वज़न सामान्य है तो बेटा पैदा होगा।
8- प्रेगनेंसी के समय अगर पैर के बाल बढ़ जाए तो बेटा होने की उम्मीद बढ़ जाती है।
9- अगर नाक का शेप बढ़ जाएतो बेटा होने की संभावना ज़्यादा होती है।
10- अगर गर्भ में बच्चा ज़्यादा उछल कूद मचाता है तो बेटा होने के चांसेज ज़्यादा होते हैं।
ये सामान्य चिन्ह है कोई भविष्य वाणी नहीं है जो सत्य हो
ये पुरानी मान्यता है आचार्यों ने भी संकेत बताएं हैं


          आजकल आमतौर पर देखा गया है कि सेक्स प्रॉब्लम एक नॉर्मल बात हो गई है। जिसे बहुत से लोग ग्रसित हैं। देखा जाता है की यौन समस्या होने पर आप अपने साथी से दूरी बना लेते हैं। लेकिन यह इतनी बड़ी समस्या नहीं है जिसका कोई ईलाज ना हो।

एक तरफ जहां पति-पत्नी के संबंध में सेक्स का बहुत महत्व होता है। वहीं सेक्स समस्याओं को भी इनसे अलग रखकर नहीं देखा जा सकता है। पुरूषों के समान महिलाओं को भी सेक्स की इच्छा होती है। देखा गया है की अधूरा और सही समय पर संभोग के पूरा ना होने पर महिलाओं को शारीरिक और मानसिक परेशानी होने लगती है।
महिलाओं का सेक्स केवल संभोग तक सीमित नहीं होता है। बल्कि स्पर्श, किस करने आदि से भी उन्हें संतुष्टि मिलती है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से सेक्स की कौन-कौन सी समस्याएं हैं और उनके समाधान क्या-क्या हैं बताने जा रहे हैं।

सेक्स में कमी
महिलाओं में सेक्स की कमी डिप्रेशन, थकान या तनाव कई वजहों से हो सकती है। इसके अलावा और भी वजहें हो सकती है जैसे पार्टनर जिस तरह छूता है, वह पसंद नहीं आना, पसीने से या उनके मुंह से पान-तंबाकू की बदबू आना आदि। कई महिलाओं को शरीर के कुछ खास हिस्सों पर हाथ लगाने से दर्द महसूस होता है या अच्छा नहीं लगता। इससे भी वह सेक्स करने से बचने लगती है।

लुब्रिकेशन की कमी
महिलाओं के जनन में लुब्रिकेशन (गीलापन) को उत्तेजना का पैमाना माना जाता है। कुछ महिलाओं को इसमें कमी की शिकायत होती है। ऐसे में सहवास काफी तकलीफदेह हो जाता है। लुब्रिकेशन में कमी 3 वजह से हो सकती है। इन्फेक्शन, हार्मोन्स में गड़बड़ी या फिर सही तरीके से फोरप्ले ना होना।

सहवास
कुछ महिलाओं को सहवास के दौरान दर्द होता है। कई बार यह दर्द बहुत ज्यादा होता है और महिला सेक्स से बचने लगती है। साथी को इस दर्द का अहसास नहीं होता। उसे लगता है कि साथी महिला सहयोग नहीं दे रही है।
आर्गैज़्म ना होना या देर से होना
महिलाओं में यह शिकायत आम होती है कि उनका पार्टनर उन्हे संतुष्ट किए बिना ही छोड़ देता है। कुछ को आर्गैज़्म नहीं होता और कुछ को होता है पर महसूस नहीं होता। कुछ महिलाओं को लुब्रिकेशन्स के दौरान ही जल्द आर्गैज़्म हो जाता है। कुछ को बहुत देर से आर्गैज़्म होता है।

वजाइनल दर्द
कभी-कभी महिलाओं को नाभी के नीचे और पब्लिक एरिया के आस-पास दर्द महसूस होता है। यह दर्द वैसे ही होता है, जैसे पीरियड्स के दौरान होता है। इसकी वजह यह है की उत्तेजना होने पर प्राइवेट पार्ट के आस-पास खून का बहाव होता है। ऐसे में लुब्रिकेशन होता है, पर क्लाईमैक्स नहीं होता। इससे इस एरिया में खून कम जाता है और दर्द होने लगता है।

सेक्स समस्याओं का समाधान
सेक्स समस्या का सबसे बड़ा कारण है, पति पत्नी का सेक्स समस्याओं के बारे में बात करने से कतराना। पति और पत्नी दोनों में आपसी समझ इतनी होनी चाहिए कि एक-दूसरे से कोई भी बात ना छूपाए। इस मामले में पत्नी कभी पहल नहीं करती, ऐसे में पति को चाहिए की उनका व्यवहार ऐसा हो कि उनकी पत्नी उनसे हर बात शेयर कर सके।
यदि आप चाहते है की आप अपने जीवनसाथी से सभी समस्याओं खासकर सेक्स समस्याओं के बारे में बातचीत कर सकें तो आपको अपने साथी को विश्वास में लेना होगा। यदि आप अपने जीवनसाथी को अपनी सेक्स समस्या के बारे में बताना चाहते हैं तो आप उसे सीधा-सपाट शब्दों में ना कहें बल्कि उसके लिए थोड़ा समय लें और अपने साथी को बातचीत और प्यार से सहज करें। इसके बाद सामान्य बातचीत के बाद ही अपनी समस्याएं बताएं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें