रविवार, 9 अक्टूबर 2016

श्रेष्ठ जीवन के लिए विष्णु पुराण



//: श्रेष्ठ जीवन के लिए विष्णु पुराण में ऐसी बातें बताई गई हैं, जिनका ध्यान रखने पर कई प्रकार के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। जो लोग इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, वे स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का भी सामना करते हैं। यहां जानिए विष्णु पुराण में बताए गए 5 ऐसे काम, जो जल्दी खत्म कर लेना चाहिए। इन कामों में अधिक समय नहीं लगाना चाहिए
पहला काम- स्नान (नहाना) करना
नहाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन अधिक समय तक नहाने पर स्वास्थ्य संबंधी नुकसान हो सकते हैं। सर्दी-जुकाम, बुखार हो सकता है। नहाने का काम जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी खत्म कर लेना चाहिए। सुबह-सुबह नहाना श्रेष्ठ माना गया है और सुबह के समय वातावरण में ठंडक होती है, अत: ऐसे समय में अधिक समय तक पानी में रहना हमें बीमार कर सकता है।
दूसरा काम है सोना
अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए जरूरी है कि हर रोज पर्याप्त नींद ली जाए। सोने का समय बहुत कम या ज्यादा होने पर स्वास्थ्य बिगड़ सकता है, मोटापा बढ़ सकता है। कई लोगों के साथ समस्या होती है कि उन्हें जल्दी नींद नहीं आ पाती है, करवट बदलते रहते हैं और फिर देर रात नींद आती है। सोने में भी अधिक समय नहीं लगाना चाहिए। जल्दी नींद आ जाए, इसके लिए हर रोज ध्यान और योग करना चाहिए। कुछ देर शारीरिक परिश्रम भी करना चाहिए।
तीसरा काम है जागना
जागने के लिए सुबह-सुबह ब्रह्म मुहूर्त श्रेष्ठ बताया गया है। इस समय वातावरण साफ और पवित्र रहता है, जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। हर रोज जल्दी जागकर ध्यान-योग करने और टहलने पर शरीर निरोगी रहता है। जल्दी जागने के लिए रात को जल्दी सोना जरूरी है। अत: इन दोनों कामों भी हमें अधिक समय नहीं लगाना चाहिए
चौथा काम है शय्यासेवन (काम क्रीड़ा)
स्त्री-पुरुष को इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि काम-क्रीड़ा यानी शय्यासेवन में अधिक समय न लगाएं। इस काम में बहुत अधिक समय लगाने से शरीर कमजोर हो सकता है। दोनों को ही स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
पांचवां काम है व्यायाम करना
व्यायाम से शरीर हष्ट-पुष्ट रहता है, शरीर की रोग प्रतिरोधी बढ़ती है, मौसमी बीमारियों से सुरक्षा होती है, लेकिन व्यायाम में बहुत अधिक समय नहीं लगाना चाहिए। अधिक समय तक व्यायाम करने से थकान हो सकती है, शरीर में दर्द हो सकता है। अत: व्यायाम उतने ही समय तक करना चाहिए, जितना हमारा शरीर सहन कर सके।

//विष्णु पुराण- सड़क पर चलते समय दिखाई दें ये 6 चीजें, तो दूर से निकलना चाहिए
Vishnu Purana Shiksha : रोड पर चलते समय कई प्रकार की चीजें दिखाई देती हैं। इन चीजों में कुछ अशुभ और नुकसानदायक भी होती हैं। यहां 6 ऐसी चीजें बताई जा रही हैं जो अशुभ होती है और यदि रोड पर ये दिखाई दें तो हमें दूर से निकल जाना चाहिए। इन अशुभ चीजों के करीब नहीं जाना चाहिए।

कुल 18 पुराण बताए गए हैं। इनमें से एक विष्णु पुराण भी है। इस पुराण में सुख-समृद्धि और पवित्रता बनाए रखने के लिए कई प्रकार के नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने पर भगवान विष्णु और महालक्ष्मी के साथ ही सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त की जा सकती है। विष्णु पुराण में बताया गया है कि रास्ते में चलते समय किन वस्तुओं से दूर रहना चाहिए, अन्यथा परेशानियों और दुखों का सामना करना पड़ सकता है, इन चीजों से हमारी पवित्रता भी नष्ट हो जाती है। अत: यहां बताई जा रही 6 चीजों से दूर रहना चाहिए।
1. स्नान के कारण फैला हुआ पानी-यदि हम कहीं जा रहे हैं और रास्ते में किसी व्यक्ति के स्नान के बाद फैला हुआ पानी दिखाई दे रहा है तो उस पानी से दूर होकर रास्ता पार करना चाहिए। स्नान के बाद फैला हुआ पानी गंदा और अपवित्र होता है। इस पानी के संपर्क में आने से हमारी पवित्रता नष्ट हो जाती है।
2. अस्थि यानी हड्डी-वाहन चालकों की लापरवाही के चलते रोड पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं और इन दुर्घटनाओं में कई बार जानवरों (जैसे कुत्ते, सांप आदि) की मौत हो जाती है। ऐसे में मृत प्राणी के अस्थियां रोड पर बिखरी दिखाई देती हैं तो उनसे दूर होकर रास्ता पार करना चाहिए। मृत प्राणी की अस्थियों के संपर्क में आने के बाद स्नान करना बहुत आवश्यक हो जाता है। शास्त्रों के अनुसार मृत प्राणी के संपर्क में आने के बाद हम अपवित्र हो जाते हैं, इसी वजह से किसी शव यात्रा में शामिल होने के तुरंत बाद स्नान करना आवश्यक बताया गया है।
3. केश यानी बाल-कई बार ऐसा होता है कि किसी व्यक्ति के टूटे हुए केश यानी बाल रास्ते में दिखाई देते हैं। बालों को भी अपवित्र माना गया है। रास्ते में दिखाई देने वाले बालों से भी दूर होकर ही निकलना चाहिए। इन्हें लांघना भी नहीं चाहिए। यदि खाने में बाल गिर जाए तो पूरा खाना भी अपवित्र हो जाता है।
4. कंटक यानी कांटें-आमतौर पर यदि रास्ते में कहीं कांटें दिखाई देते हैं तो हमें दूर होकर निकलना चाहिए, अन्यथा पैरों में कांटें चुभ सकते हैं। यदि संभव हो सके तो रास्ते से कांटें हटाने के प्रयास करना चाहिए, ताकि दूसरों को कांटों के कारण परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
5. भस्म यानी राख-जब यज्ञ-हवन जैसे पूजन कर्म पूर्ण हो जाते हैं तो उससे भस्म (राख) प्राप्त होती है। यदि रास्ते में ऐसी भस्म दिखाई दे तो इससे भी दूर होकर ही निकलना चाहिए। यज्ञ-हवन से प्राप्त भस्म पवित्र होती है और यदि इस पर पैर लगता है तो इसे अशुभ माना जाता है।
6. अपवित्र वस्तु-यदि रास्ते में किसी भी प्रकार की अपवित्र वस्तु (गंदगी) दिखाई देती है तो उससे दूर रहकर रास्ता पार करना चाहिए। पूजन और किसी भी खास काम में जाते समय पवित्रता बनी रहे, इस बात का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
//विष्णु पुराण- रात के समय नहीं करने चाहिए ये तीन काम
सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे, इसके लिए शास्त्रों में कई नियम बताए गए हैं। इन नियमों में बताया गया है कि हमें किस समय कौन से काम नहीं करना चाहिए। यहां जानिए विष्णु पुराण के अनुसार 3 ऐसी बातें, जिनसे रात के समय दूर रहना चाहिए
गरुड़ पुराण- इन 3 काम को कभी अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए
Vishnu Puran- We Should Not Do These 3 Works In Night
विष्णु पुराण में बताए गए गृहस्थ संबंधी नियमों का पालन करने पर भगवान विष्णु, महालक्ष्मी सहित सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त की जा सकती है। यहां जानिए बुद्धिमान व्यक्ति को रात के समय किन 3 से दूर रहना चाहिए
1. चौराहों पर नहीं जाना चाहिए
किसी भी समझदार व्यक्ति को रात के समय चौराहे से दूर ही रहना चाहिए। रात के समय अक्सर चौराहों पर असामाजिक तत्वों की उपस्थिति रहती है। ऐसे में यदि कोई सज्जन व्यक्ति चौराहे पर जाएगा तो उसे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, ये काम सदाचार के नियमों के विरुद्ध भी है। रात के समय अपने घर में ही रहना चाहिए।
2. श्मशान के आसपास नहीं जाना चाहिए
रात के समय श्मशान के आसपास जाना भी नहीं चाहिए। श्मशान क्षेत्र में सदैव नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय रहती है। इसका बुरा असर हमारे मन और मस्तिष्क पर पड़ सकता है। साथ ही, श्मशान क्षेत्र में जलते हुए शवों से निकलने वाला धुआं भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक रहता है। उस क्षेत्र के वातावरण में कई सूक्ष्म कीटाणु भी रहते हैं जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसीलिए श्मशान जाने के बाद स्नान करना जरूरी बताया गया है। रात के समय में स्नान करना भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इन्हीं कारणों के चलते रात के समय श्मशान के आसपास नहीं जाना चाहिए।
3. बुरे चरित्र वाले व्यक्ति से दूर रहना चाहिए
वैसे तो बुरे चरित्र वाले व्यक्ति से हमेशा ही दूर रहना चाहिए, लेकिन रात के समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। बुरे चरित्र वाले लोग अधिकतर अधार्मिक और गलत कार्य रात के समय में ही करते हैं। ऐसे में यदि कोई सज्जन व्यक्ति इनके साथ रहेगा तो वह परेशानियों में उलझ सकता है। अत: इन लोगों से दूर रहना चाहिए।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें