/शनि
देव के भाव के अनुसार उपाय
यदि शनि आपकी कुंडली के पहले भाव में है तो
कारोबार चलाने के लिय काला सुरमा वीरान जगह जाकर दबाय । तवा अंगीढ़ी किसी साधु को
दान करे ।
दूसरे घर में है तो 43 दिन लगातार मन्दिर में नंगे पैर जाकर
अपने अपराधों की छमा मांगे । माथे पर तैल न लगाय ।
तीसरे घर में है तो घर की दहलीज को लोहे की किल
से किल दें ।शराब मांस का प्रयोग न करे ।आंखो की दवाई का दान करे ।
चोथे घर में है तो कुवे में दूध गीराय ।bussiness क लिय मछलियों
को चावल खिलाय । शराब पराइ औरत से दूर रहे ।
पांचवे घर में है तो एक मुठि बादाम मन्दिर मे
चढ़ाकर उसमे से आधे घर में लाकर रखे औलाद सही रहेगी । घर में सोना चांदी तम्बा एक
स्थान पर कायम करे ।
छटे घर में है तो बीमारी क समय तैल से भरे
बर्तन में अपना मुँह देखकर उसे खड़े पानी मे दबाय । जन्मदिन पर चमड़े क जूते मशीन नय
घर पर न लाय ।
यदि 7 भाव में है तो कारोबार क लिय काली बांसुरी में खंड भरकर वीरान जगह
दबाय। साझेदारी में काम न करे ।
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8
भाव में है तो नहाने क पानी में थोड़ा ददुध डालकर नहाय । पैर क नीचे लकड़ी रखे ।
चांदी पहने ।
9
भाव में है तो घर की छत् पर ईंधन और कबाड़ न रखे । गुरु गढ़ की वस्तुए जैसे चने की
दाल मन्दिर में देने से लाभ होगा ।
10वे
भाव में है तो एक जगह टिक कर काम करे । दुसरो का आदर करे । काम की मण्दी हालत में
दाडि मुछ क बाल कम रखे ।
।
11वे
है तो 43 दिन लगातार
शराब भूमि पर गीराय । बाहर जाते समय पानी से भरा घड़ा सामने रखे ।चांदी क गिलास में
पानी पिय ।
12वें
में है तो घर की अंधेरी कोढ़रि मे प्रकाश की व्यवस्था न करे । 12 बादाम काले वस्त्र में बांधकर उस
कोढ़री के दक्षिण कोने में रखे ।
नोट ये सभी लाल किताब क उपाय है। लाल किताब में
लग्न का कोई चक्कर नही होता । आपका कोई भी लग्न हो आप ये उपाय कर सकते हो
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