कहते हैं चलना ही
जिंदगी है। क्या आप जानते हैं कि आपके दीवार पर टंगी घड़ी आपके सुख-समृद्धि भी लेकर
आती है? जी हां, वास्तु और फेंगशुई के नियम कुछ ऐसा ही कहते
हैं। सुख और समृद्धि की बात करें तो घड़ी का आकार, दीवार की दिशा, घड़ी का स्लो चलना जैसी तमाम चीजें इससे जुड़ी हैं। आइए, आज जानें घड़ी को कहां और कैसे रखना आपके लिए सुख लाती है और कहां और कैसे रखना
आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है...
फेंगशुई के नियम कहते हैं कि घड़ी का आकार भी आपके लिए लक लेकर आता है। घड़ी खरीदते लमय ध्यान रखें कि यह गोल, अंडाकार, अष्टभुजाकार या फिर षट्भुजाकार हो। यह आपके लिए पॉज़िटिव एनर्जी और खुशियों को लेकर आता है।
,,,,,,घड़ी को दीवार पर टांगते समय सिर्फ खूबसूरती का ख्याल न रखें, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखें कि जहां आप इसे टांग रहे हैं वह घर की दक्षिण दीवार तो नहीं है। वास्तु और फेंगशुई को पीछे भी रखे दें तो विज्ञान भी इस दिशा को नेगेटिव एनर्जी से भरपूर मानता है। इस दिशा में घड़ी आपका ध्यान बा-बार अपनी ओर खींचेगा, जिसका स्पष्ट मतलब है कि आप नेगेटिव एनर्जी की ओर अट्रैक्ट हो रहे हैं। घड़ी का शीशा यदि टूट गया हो, तो इसे बदलवाने में आलस न करें, क्योंकि इससे आपका ही नुकसान है। परिवार के सदस्यों पर नकारात्मक असर पड़ता है। आप घड़ी को उत्तर, पश्चिम या पूर्व दिशा में लगा सकते हैं, जो पॉज़िटिव एनर्जी की दिशा है। लेकिन, यह घड़ी उस स्थान पर लगाएं ताकि घर में प्रवेश करते ही घर के भीतर कदम रखने वाले की पहली नजर घड़ी पर पड़े। खूबसूरत घड़ी ढूंढकर सिर्फ सही दिशा में लगा देने भर से बात नहीं बनेगी, बल्कि बीच-बीच में इसपर पड़ी धूल-मिट्टी की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है। अच्छी और सॉफ्ट न्यूजिक वाली घड़ी को ड्रॉइंग रूम या फिर हॉल में रखना बेहतर बताया गया है। कुछ लोगों की घड़ी स्लो रहती है और वे इसपर ध्यान भी नहीं देना चाहते। संभलिए, क्योंकि यदि आप भी ऐसा करते हैं तो आपकी तरक्की आपसे मुंह मोड़ सकती है और आपके साने मुश्किलों का पहाड़ बन सकता है। घड़ी का हमेशा सही समय बताना ही अच्छा रहता है। घड़ी को कभी दरवाजे या मेन गेट के ठीक ऊपर न लगाएं। इससे आपका मानसिक तनाव बढ़ता है। घड़ी को तकिया के नीचे कभी नहीं रखना चाहिए। घड़ी की टिक-टिक का आपके दिमाग और हृदय पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए इसका तकिए के नीचे रखना अच्छा नहीं माना गया है। फेंगशुई की मानें तो घड़ी में मौजूद पेंडुलम और घड़ी की सूइयां पॉजिटिव एनर्जी के द्योतक हैं। हमें ध्यान रखना चाहिए कि घर में बंद घड़ी न हो, क्योंकि यह हमारी तरक्की को रोक देता है।
फेंगशुई के नियम कहते हैं कि घड़ी का आकार भी आपके लिए लक लेकर आता है। घड़ी खरीदते लमय ध्यान रखें कि यह गोल, अंडाकार, अष्टभुजाकार या फिर षट्भुजाकार हो। यह आपके लिए पॉज़िटिव एनर्जी और खुशियों को लेकर आता है।
,,,,,,घड़ी को दीवार पर टांगते समय सिर्फ खूबसूरती का ख्याल न रखें, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखें कि जहां आप इसे टांग रहे हैं वह घर की दक्षिण दीवार तो नहीं है। वास्तु और फेंगशुई को पीछे भी रखे दें तो विज्ञान भी इस दिशा को नेगेटिव एनर्जी से भरपूर मानता है। इस दिशा में घड़ी आपका ध्यान बा-बार अपनी ओर खींचेगा, जिसका स्पष्ट मतलब है कि आप नेगेटिव एनर्जी की ओर अट्रैक्ट हो रहे हैं। घड़ी का शीशा यदि टूट गया हो, तो इसे बदलवाने में आलस न करें, क्योंकि इससे आपका ही नुकसान है। परिवार के सदस्यों पर नकारात्मक असर पड़ता है। आप घड़ी को उत्तर, पश्चिम या पूर्व दिशा में लगा सकते हैं, जो पॉज़िटिव एनर्जी की दिशा है। लेकिन, यह घड़ी उस स्थान पर लगाएं ताकि घर में प्रवेश करते ही घर के भीतर कदम रखने वाले की पहली नजर घड़ी पर पड़े। खूबसूरत घड़ी ढूंढकर सिर्फ सही दिशा में लगा देने भर से बात नहीं बनेगी, बल्कि बीच-बीच में इसपर पड़ी धूल-मिट्टी की सफाई भी उतनी ही आवश्यक है। अच्छी और सॉफ्ट न्यूजिक वाली घड़ी को ड्रॉइंग रूम या फिर हॉल में रखना बेहतर बताया गया है। कुछ लोगों की घड़ी स्लो रहती है और वे इसपर ध्यान भी नहीं देना चाहते। संभलिए, क्योंकि यदि आप भी ऐसा करते हैं तो आपकी तरक्की आपसे मुंह मोड़ सकती है और आपके साने मुश्किलों का पहाड़ बन सकता है। घड़ी का हमेशा सही समय बताना ही अच्छा रहता है। घड़ी को कभी दरवाजे या मेन गेट के ठीक ऊपर न लगाएं। इससे आपका मानसिक तनाव बढ़ता है। घड़ी को तकिया के नीचे कभी नहीं रखना चाहिए। घड़ी की टिक-टिक का आपके दिमाग और हृदय पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए इसका तकिए के नीचे रखना अच्छा नहीं माना गया है। फेंगशुई की मानें तो घड़ी में मौजूद पेंडुलम और घड़ी की सूइयां पॉजिटिव एनर्जी के द्योतक हैं। हमें ध्यान रखना चाहिए कि घर में बंद घड़ी न हो, क्योंकि यह हमारी तरक्की को रोक देता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें