शुक्रवार, 12 मई 2017

फल हैं स्‍वाद और सेहत से भरपूर



पेट दर्द से लेकर कैंसर जैसी बीमारियों से दूर रखते हैं ये 5 फूड अच्‍छी सेहत के लिए अच्‍छा खानपान होना बहुत जरूरी है, ये बात एक्‍सपर्ट भी मानते हैं। अगर अपने प्रतिदिन के खानपान में कुछ ऐसे फूड नही ले रहे हैं जो शरीर को पोषक तत्‍वों की पूर्ति करते हैं तो यह आपके लिए हानिकारक संकेत हो सकते हैं। इसलिए जरूरी हैं कि आप अपने रोज के खाने में कुछ हेल्‍दी फूड ले सकते हैं। डाय‍टीशियन डॉक्‍टर  के मुताबिक, कुछ फूड ऐसे होते हैं जो पेट दर्द से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों से अपकी रक्षा करते हैं। इस लेख में जानें उन फूड्स के बारे में।


  1  अनार
    कई तरह के कैंसर से बचाव विटामिन्स, फॉलिक एसिड और एंटीऑक्सीटेंड के गुणों से भरपूर अनार ब्रेस्ट और फेफड़ों के कैंसर की संभावना को कम करता है। इतना ही नहीं अनार खाने से प्रोस्टेट कैंसर का ख़तरा भी कम हो जाता है।
    2   केला
    तनाव और चिंता अगली बार जब भी आप तनाव महसूस करें तो एक केला खा लें। केला फाइबर और प्राकृतिक शुगर का अच्छा स्रोत है। जिससे शरीर को एनर्जी मिलती है। इतना ही नहीं केला खाने से आप अच्छा महसूस करते हैं और ये डिप्रेशन को कम करता है।
    3  किशमिश
    ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है पोटैशियम से भरपूर किशमिश हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। रिसर्च के अनुसार, दिन में तीन बार मुट्ठीभर किशमिश चबाने से बहुत जल्दी ब्लड प्रेशर नियंत्रित हो जाता है।
4    दही
    कब्ज़ और गैस में फ़ायदेमंद अमेरिका में हुए एक रिसर्च के अनुसार दही में पाया जाने वाला बैक्टेरिया आंत व पेट की बीमारियों जैसे- कब्ज़, गैस आदि से दूर रखने में सहायक है। दही के नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल नहीं बढ़ता।
   5  तुलसी
    पेट की बीमारियों में फ़ायदेमंद तुलसी के एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इन्फ्लामेट्री गुण पेट की बीमारियों को दूर रखते हैं। तुलसी के सेवन से पेट में दर्द, मरोड़, डायरिया आदि की शिकायत नहीं होती। इतना ही नहीं सर्दी, ज़ुकाम और कफ में तुलसी की पत्तियां खाने या काढ़ा पीने से बहुत राहत मिलती है।

    ये 5 जंगली फल हैं स्‍वाद और सेहत से भरपूर 

आज हम आपको ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो सेहत के लिए बेहद ही फायदेमंद होते हैं।
    1    सेहतमंद जंगली फल
    वैसे तो समय-समय पर हम आपको फलों के फायदों के बारे में बताते रहते हैं, लेकिन आज हम आपको ऐसे फलों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शायद आपने बाजार में तो देखें होगें, लेकिन इनके पेड़ों को नहीं देखा होगा। जी हां यह जंगली फल बहुत ही कम देखने को मिलते हैं लेकिन यह आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आइए ऐसे ही 5 फलों के बारे में हम आपको बताते हैं।
        2  आयरन से भरपूर फालसा
    फालसा एक मध्यम आकार का पेड़ है जिस पर छोटे बेर के आकार के फल लगते है। इसके फल स्वाद में खट्टे-मीठे होते है। गर्मियों में इसके फलों का शर्बत ठंडक प्रदान करता है और लू और गर्मी के थपेड़ों से भी आराम दिलाता है। आयरन की कमी होने पर फालसा के पके फल खाना चाहिए इससे ब्‍लड बढ़ता है। शरीर में त्वचा में जलन होने पर फालसे के फल या शर्बत को सुबह-शाम लेने से बहुत ही जल्‍द आराम मिलता है। फालसा के पके फलों के सेवन से शरीर के दूषित मल को बाहर निकाल आता है।
    3   ठंडी तासीर वाला शहतूत
    शहतूत को मलबेरी के नाम से भी जाना जाता है। वनों के अलावा इसे सड़कों के किनारे और बाग-बगीचों में भी देखा जा सकता है। शहतूत में विटामिन-ए, कैल्शियम, फॉंस्फोरस और पोटेशियम अधिक मात्रा में मिलता हैं। इसके सेवन से बच्चों को पर्याप्त पोषण मिलता है। शहतूत को फल या शर्बत बनाकर भी पीया जा सकता है। शहतूत के फलों रस पीने से आंखों की रोशनी तेज होती है। शहतूत की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण गर्मी में होने वाले सन स्ट्रोक से बचाव होता है। शहतूत का रस दिल के रोगियों के लिए भी लाभदायक है। गर्मियों में बार-बार प्यास लगने की शिकायत होने पर इसके फलों को खाने से प्यास शांत होती है।
    4  खट्टा करौंदा
    आमतौर पर करौंदे का इस्‍तेमाल सब्जी, चटनी, मुरब्बे और अ़चार के लिए किया जाता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि करौंदे में आयरन और विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। करौंदा भूख बढ़ाता है, पित्त को शांत करता है, प्यास रोकता है और दस्त को बंद करता है। सूखी खांसी होने पर करौंदा की पत्तियों के रस सेवन लाभकारी होता है। खट्टी डकार और अम्ल पित्त की शिकायत होने पर करौंदे के फलों का चूर्ण काफी फायदा करता है। करौंदा का फल खाने से मसूढ़ों से खून निकलना ठीक होता है, दांत भी मजबूत होते हैं।
    5  खट्टा-मीठा बेर
    बेर का स्वाद खट्टा-मीठा होता हैं। बेर में फास्फोरस की कुछ मात्रा विद्यमान होती हैं। इसलिए इसे खाने से शरीर और दिमाग मजबूत होता हैं। बेर का सेवन करने से बाल तथा शरीर की हड्डियां भी मजबूत होती हैं, व्यक्ति की भूख बढती हैं। आंखों की रोशनी के लिए भी यह बहुत ही उपयोगी होता हैं। बेर का इस्तेमाल करने से पाचन तंत्र के आंत के कीड़े भी नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा बेर की तासीर ठंडी होती हैं। इसलिए यह पित्त को नष्ट करने के लिए उपयोगी होता हैं।
      6   काले-काले रसीले जामुन
    काले-काले रसीले जामुन में एंटी-ऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इसके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। पाचन क्रिया के लिए जामुन बहुत फायदेमंद होता है। जामुन खाने से पेट से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं। जामुन में फलेवोनॉइड्स प्रोटीन और कैल्शियम भी पाया जाता है। जो सेहत के लिए पायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें केरोटीन, आयरन, फोलिक एसिड, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और सोडियम भी पाया जाता है। इस वजह से यह शुगर लेवल मेंटेन रखता है। डायबिटीज रोगियों के लिए जामुन एक रामबाण उपाय है। जामुन के बीज सुखाकर और इसे पाउडर बनाकर खाने से डायबिटीज में काफी फायदा होता है।

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