यदि किन्हीं कारणों से पति-पत्नी के बीच प्रेम
नहीं रहता हो अथवा मांगलिक दोष या रिश्ते में किसी तीसरे स्त्री-पुरुष की मौजूदगी
से आपका वैवाहिक जीवन नरक बन गया हो तो आप इन उपायों से अपने जीवनसाथी का फिर से
प्रेम पा सकते हैं।
पहला उपायः पति-पत्नी वशीकरण मंत्र
इस मंत्र का प्रयोग पति-पत्नी दोनों में कोई भी
या कोई एक कर सकता है। इसके लिए आपको सिद्ध योग में निम्नलिखित मंत्र का 1100 जप कर..
यदि किन्हीं कारणों से पति-पत्नी के बीच प्रेम
नहीं रहता हो अथवा मांगलिक दोष या रिश्ते में किसी तीसरे स्त्री-पुरुष की मौजूदगी
से आपका वैवाहिक जीवन नरक बन गया हो तो आप इन उपायों से अपने जीवनसाथी का फिर से
प्रेम पा सकते हैं।
पहला उपायः पति-पत्नी वशीकरण मंत्र
इस मंत्र का प्रयोग पति-पत्नी दोनों में कोई भी
या कोई एक कर सकता है। इसके लिए आपको सिद्ध योग में निम्नलिखित मंत्र का 1100 जप
कर प्रेमपूर्वक अपने लाइफ पार्टनर को पान खिलाए, इससे आपके लाइफ पार्टनर जीवन भर आपके वश में रहेंगे। इस उपाय को पति
पत्नी के लिए अथवा पत्नी पति के लिए कर सकती है।
अमुक (लाइफ पार्टनर का नाम) जय जय
सर्वव्यान्नमः स्वाहा।
दूसरा उपाय
पारिवारिक सुख की प्राप्ति हेतु यदि पति-पत्नी
के संबंधों में कटुता आ जाए, तो
पति या पत्नी, या
संभव हो, तो दोनों, ऊपर वर्णित मंत्र का पांच माला जप
इक्कीस दिन तक प्रतिदिन करें। जप निष्ठापूर्वक करें, तनाव दूर होगा और वैवाहिक जीवन में माधुर्य बढ़ेगा।
तीसरा उपायः मांगलिक दोष को ऐसे हटाएं
मंगल दोष के कारण वैवाहिक जीवन में कलह या तनाव
होने की स्थिति में निम्नोक्त क्रिया करें। पति या पत्नी, या फिर दोनों, मंगलवार का व्रत करें और हनुमान जी को
लाल बूंदी, सिंदूर
व चोला चढ़ाएं। तंदूर की मीठी रोटी दान करें। मंगलवार को सात बार एक-एक मुट्ठी
रेवड़ियां नदी में प्रवाहित करें। गरीबों को मीठा भोजन दान करें। मंगल व केतु के
दुष्प्रभाव से मुक्ति हेतु रक्त दान करें। चांदी का जोड़ विहीन छल्ला धारण करें।
इससे कुंडलियों का मांगलिक दोष दूर होकर पति-पत्नी के बीच आपसी प्रेम बढ़ेगा।
चौथा उपाय
जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के
मोहजाल में फंस गए हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हं, लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस टोटके
द्वारा पति को अनुकूल बनाया जा सकता है। गुरुवार अथवा शुक्रवार की रात्रि में 12
बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लें और उसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां
आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपके पति का ध्यान पूरी तरह से उस स्त्री से
हट जाएगा और वह आपसे पुनः प्रेम करने लगेंगे। कुछ दिन बाद इस बालों को जलाकर अपने
पैरों से कुचलकर घर के बाहर फेंक दें।
पांचवा उपाय
शुभ मुहूर्त में मंत्र ऊँ नमो महायक्षिण्ये मम
पतिं में वश्यं कुरु कुरु स्वाहा की 10 माला जप करने तथा दशांश हवन, तर्पण, मार्जन करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। इसके बाद किसी भी मिठाई
को इस मंत्र से सात बार अभिमंत्रित कर अपने पति को खिला दें। ऐसा लगातार 21 दिन तक
करें। इससे पति आपके वश में हो जाएंगे तथा वह अपने जीवन में कभी किसी अन्य स्त्री
की तरफ नजर उठाकर भी नहीं देखेंगे।![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhWt_1H4xsWjECxez29gLrw8lGs5qYsYOMCuvjTTaV8jvnOpoGhDFgFOAV8nbM4AQsTP9_KW95KqZ3ssDiu6OgMUTCDJl7bTSx1aFlbVT8v73G9Bd2wWkaedSyK5SMDSeBio2nyV62wOv8/s320/942866_468363430038343_7837028949054768956_n.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhWt_1H4xsWjECxez29gLrw8lGs5qYsYOMCuvjTTaV8jvnOpoGhDFgFOAV8nbM4AQsTP9_KW95KqZ3ssDiu6OgMUTCDJl7bTSx1aFlbVT8v73G9Bd2wWkaedSyK5SMDSeBio2nyV62wOv8/s320/942866_468363430038343_7837028949054768956_n.jpg)
छठां उपाय
हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया
तथा मां कुरु कल्याणि कांत कांता सुदुर्लभाम्।
इस मंत्र का प्रतिदिन पांच माला जप लगातार 21
दिन तक करने से पति का प्रेम प्राप्त होता है। जप से पूर्व भगवान गणेश एवं मां
दुर्गा की पूजा अवश्य करें।
सातवां उपाय
अगर किसी स्त्री के पति अन्य से प्रेम करते हैं
तथा अपनी पत्नी से लड़ाई-झगड़ा आदि दुर्व्यवहार करते हैं तो ऐसी महिलाओं को
प्रत्येक रविवार को अपने घर तथा बेडरूम में गूगल की धूनी देनी चाहिए। धूनी देने के
पहले मन ही मन दूसरी स्त्री का नाम लेकर प्रार्थना करनी चाहिए कि आपके पति उसके
प्रभाव से मुक्त हो जाएं। जल्दी ही उन दोनों का आपसी संबंध टूट जाएगा।
आठवां उपायः वास्तु टिप्स
आठवां उपायः वास्तु टिप्स
डॉल्फिन मछलियां अपने जीवनसाथी को भेंट में
देने से वैवाहिक जीवन में मधुरता एवं सद्भाव की वृद्धि होती है। डॉल्फिन मछलियों
का चित्र या मूर्ति शयन कक्ष में पूर्व या पश्चिम दिशा में रखनी चाहिए। फेंग शुई
के अनुसार मेंडेरियन बत्तख का जोड़ा नवविवाहित जोड़े के शयन कक्ष में रखने से
जीवनपर्यंत एक दूसरे के प्रति प्रेम बना रहता है।.//![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgCoV8dZRqzASWLKb_pu5sGfXxYBtA5iXh_92_M3pYo_YkbgGvNFEodjJJN7sftd05v9l4FKoTb9jAiiFN937fS4qPJWw4vhqEzmQ4Y5uqUQiDdotmPC-rw_gmnRkp3KQWs3pS71zpaHc4/s320/13435474_134162237003800_4007551102946252623_n.jpg)
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgCoV8dZRqzASWLKb_pu5sGfXxYBtA5iXh_92_M3pYo_YkbgGvNFEodjJJN7sftd05v9l4FKoTb9jAiiFN937fS4qPJWw4vhqEzmQ4Y5uqUQiDdotmPC-rw_gmnRkp3KQWs3pS71zpaHc4/s320/13435474_134162237003800_4007551102946252623_n.jpg)
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