मंगलवार, 17 फरवरी 2015 को शिवरात्रि है। इस
दौरान शुक्र एवं गुरु उच्च राशि में रहेंगे। बुध-चंद्र की युति मकर राशि में
रहेगी। मंगल मित्र राशि मीन में रहेगा। करीब 48 वर्षों के बाद शिवरात्रि पर योग बन
रहा है कि गुरु एवं शुक्र, दोनों
इस दिन उच्च राशि में रहेंगे। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार
इससे पूर्व 1967 में शिवरात्रि पर गुरु एवं शुक्र उच्च राशि में स्थित थे।1967 के
बाद 1979, 1991
एवं 2003 में गुरु उच्च का था, लेकिन
शुक्र उच्च राशि में नहीं था। शिवरात्रि पर अधिकतर बुध-चंद्र की युति रहती है एवं
शुक्र उच्च का होता है। इस कारण यह शिवरात्रि अत्यंत शुभयोग में आई है। बुध-चंद्र
मकर राशि में है, जिन
पर गुरु की पूर्ण सप्तम दृष्टि पड़ रही है। साथ ही, उच्च का शुक्र भी मीन राशि में ही स्थित है। जिस पर उच्च के गुरु की
नवम दृष्टि पड़ रही है।यहां जानिए इन योगों का सभी 12 राशियों पर
कैसा असर होने वाला है...
1. मेष राशि
चंद्रमा शुभ होगा, किंतु छोटी
परेशानियां आती रहेंगी। अचानक कोई लाभ देने वाला काम प्राप्त हो सकता है। किसी भी
कारण से इस कार्य को छोड़े नहीं। प्रवास पर जाने का योग भी बन रहा है।
क्या करें- शिवजी को आक का पुष्प अर्पित करें।
2. वृषभ राशि
चंद्रमा एवं शनि की वजह से अनावश्यक परेशानियों
का सामना हो सकता है। निराशा का भाव ज्यादा रहेगा, किंतु बुधवार से
कुछ राहत भरे समाचार मिलेंगे एवं धन की आवक भी सुगम होगी। शुक्रवार एवं शनिवार
पूर्णत: अनुकूल रहेंगे। मित्रों से मिलना होगा। लेन-देन संभलकर करें। नौकरी में
बदलाव का मन हो तो अभी यह विचार त्याग दें।
क्या करें- शिवजी को दूध मिश्रित जल अर्पित
करें।
3. मिथुन
राशि-.चंद्र एवं मंगल
की वजह से धन के साथ ही जमीन से जुड़े मामलों में लाभ होगा। समय उत्साहपूर्ण
रहेगा। सहयोग प्राप्त होगा। गुरुवार को कुछ छोटी समस्याएं आ सकती हैं। शुक्रवार
एवं शनिवार पुन: उत्तम बनेंगे।
क्या करें- शिवलिंग पर 3 बिल्वपत्र अर्पित
करें।
4. कर्क राशि
बुध एवं वक्री गुरु के कारण आपके लिए यह समय
शानदार होगा। सफलताएं मिलती रहेंगी,
किंतु अवसरों से पूरी तरह लाभ प्राप्त नहीं कर पाएंगे। सप्ताह के अंत
में धन की कमी होने के आसार हो सकते हैं। कार्यों के लिए भी अतिरिक्त प्रयास करने
होंगे।
क्या करें- शिवजी को चंदन एवं अक्षत अर्पित
करें।
5. सिंह
राशि
शिवरात्रि पर 48 वर्ष बाद ग्रहों के दुर्लभ योग, कैसा होगा 12
राशियों पर असर
राशि स्वामी सूर्य की दृष्टि प्राप्त होने से
राशि पुन: मजबूत स्थिति में आप आ जाएंगे। चंद्र भी सहयोग प्रदान कर रहा है, बाधित कार्य पूर्ण होंगे। धन की
प्राप्ति का योग है। आत्मविश्वास अधिक रहेगा। सीमाओं से बाहर जाकर कार्य करने से
नुकसान की संभावना है।
क्या करें- शिवलिंग के पास शाम को घी का दीपक
जलाएं।
6. कन्या
राशि
केतु के साथ अब मंगल की दृष्टि इस राशि पर
रहेगी। राहु को गोचर पहले से ही है जो परेशानियां उत्पन्न कर सकता है। चंद्र भी
कुछ विपरीत फल दे सकता है। काम में मन नहीं लगेगा एवं नकारात्मकता हावी हो सकती
है। सप्ताह अंत में सुधार होगा एवं सही तरीके से कार्य क्षमता प्राप्त होगी।
क्या करें- शिवलिंग पर बिल्व पत्र अर्पित करें।
भाग्य सहयोग करने वाला बना हुआ है। कार्यों का
विस्तार होगा एवं नवीन योजनाएं भी बनेंगी। लक्ष्य को समय पर प्राप्त करने में सफल
होंगे। बुध एवं गुरुवार को धन की कमी आ सकती है। शुक्रवार-शनिवार पुन: धन लाभ हो
सकता है।
क्या करें- शिवजी को माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
8. वृश्चिक
राशि
कार्य की अधिकता रहेगी, ज्यादातर कार्य परेशान करने वाले
होंगे। योजनाओं को पूरा करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे। व्यय भी अधिक
होगा। निराशा प्राप्त होगी। हालांकि आवश्यक धन समय पर उपलब्ध हो सकता है।
क्या करें- शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें।
9. DHNU RASHI --चंद्र
के कारण यह समय आय प्राप्ति के बेहतर अवसर प्रदान करेगा। कार्यों में भी सफलता
मिलेगी। जिम्मेदारियों में वृद्धि होगी। धार्मिक यात्रा पर जाने का योग बनेगा तथा
मांगलिक उत्सवों में शामिल होने का मौका मिलेगा। भाग्य अनुकूल रहेगा।
क्या करें- शिवजी को बिल्व पत्र एवं आंकड़े के
पुष्प अर्पित करें।
10. मकर राशि
बुध व्यय की अधिकता कर सकता है, लेकिन मान-सम्मान भी प्रदान करेगा।
लक्ष्य प्राप्ति में सफल रहेंगे। कोई मनचाहा कार्य इस सप्ताह पूर्ण हो सकता है।
संतान से भी सुख प्राप्त होगा एवं न्यायालय में पक्ष मजबूत होगा।
क्या करें- शिवजी को सफेद पुष्प अर्पित करें।
11.KUMBH RASHI --सूर्य
एवं मंगल की स्थिति के कारण राहत मिलेगी। सप्ताह के मध्य में धन की कमी हो सकती है,
किंतु
शेष सभी दिन अनुकूल रहेंगे। परिवार का सहयोग मिलेगा एवं विवादित मामलों में सफलता
प्राप्त होगी। नई जगहों पर जाना पड़ सकता है।
क्या करें- शिवलिंग पर केशर मिश्रित दूध अर्पित
करें।
12. मीन राशि
मंगल का राशि में प्रवेश हुआ है। यह शुभ हो
सकता है। गुरु की दृष्टि से विदेश जाने की इच्छा रखने वालों को सफलता प्राप्त
होगी। शुभ सूचनाएं भी मिलेंगी एवं कार्य समय पर संपन्न होंगे। शत्रु समस्याएं
उत्पन्न कर सकते हैं, किंतु विजय आपकी होगी।
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